मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से वृद्ध बौद्ध भिक्षुओं के लिए 5000 रुपए पेंशन योजना लागू करने की मांग


महाराष्ट्र और मप्र में पेंशन देने की मांग


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Published On :

मध्य प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के वृद्ध बौद्ध भिक्षुओं के लिए ₹5000 मासिक पेंशन योजना लागू करने की मांग की गई है। यह मांग संत गाडगे महाराज की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर गगन मलिक फाउंडेशन के नेशनल हेड और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक समिति के पूर्व सचिव डॉ. मोहन राव वाकोडे ने की।

डॉ. वाकोडे ने इस अवसर पर कैलाश विजयवर्गीय को ज्ञापन सौंपा और याद दिलाया कि महाराष्ट्र के चुनाव प्रचार के दौरान विजयवर्गीय ने एक मंच से यह घोषणा की थी कि यदि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनती है, तो वृद्ध बौद्ध भिक्षुओं को ₹5000 की पेंशन सम्मान स्वरूप दी जाएगी।

ज्ञापन में मुख्य बिंदु:
ज्ञापन में मांग की गई कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में बुद्धवनम योजना के तहत वृद्ध बौद्ध भिक्षुओं को मासिक ₹5000 पेंशन दी जाए। यह पेंशन योजना इन भिक्षुओं के लिए सम्मान और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से लागू की जानी चाहिए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि बौद्ध भिक्षु समाज की कुरीतियों को दूर करने और सामाजिक समरसता के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।

 संत गाडगे महाराज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद कैलाश विजयवर्गीय ने इस ज्ञापन को स्वीकारते हुए कहा कि वे इस मांग को उचित मंच तक पहुंचाएंगे। उन्होंने संत गाडगे महाराज के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे समाज सुधार और स्वच्छता के प्रणेता थे। उनकी विचारधारा आज भी समाज के लिए प्रेरणादायक है।

 ज्ञापन सौंपने वालों ने उम्मीद जताई कि कैलाश विजयवर्गीय अपने वादे को निभाएंगे और महाराष्ट्र के साथ-साथ मध्य प्रदेश के वृद्ध बौद्ध भिक्षुओं के लिए यह योजना जल्द लागू करवाई जाएगी। इस पहल से न केवल बौद्ध भिक्षुओं को सम्मान मिलेगा, बल्कि सरकार का समरसता और समाज के उत्थान के प्रति प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होगी। इस मौके पर छावनी परिषद के सीईओ विकास कुमार, प्रयाग समाज के अध्यक्ष शेखर बुंदेला, और अन्य समाजसेवी उपस्थित थे। संत गाडगे महाराज की प्रतिमा के अनावरण के दौरान बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।



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