एमपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज, 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है और बीस दिसंबर तक चलेगा। यह सत्र खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई अहम मुद्दों पर बहस होने की संभावना है। प्रदेश में खाद की किल्लत का मुद्दा, रोजगार, नर्सिंग कॉलेजों का विषय, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों कांग्रेस सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश करेगी।
इस सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधानसभा का घेराव करेगी। पार्टी ने दावा किया है कि इसमें प्रदेशभर से लगभग 50,000 कार्यकर्ता शामिल होंगे। कांग्रेस का कहना है कि यह विरोध प्रदेश सरकार की नीतियों और जनता की समस्याओं को उजागर करने के लिए किया जा रहा है।
विधायकों ने लगाए 1766 सवाल
सत्र के दौरान विधायकों ने कुल 1766 सवाल लगाए हैं। साथ ही, 200 ध्यानाकर्षण सूचनाएं और 14 अशासकीय संकल्प पेश किए गए हैं।
इस बार 143 विधायकों ने सवाल उठाए हैं, जो कि पिछले मानसून सत्र में पूछे गए सवालों की संख्या (163) से कम है। इसके अलावा, शीतकालीन सत्र में कुल आठ विधेयक भी पेश किए जाएंगे।
विपक्ष के निशाने पर सरकार
कांग्रेस इस सत्र में सरकार पर आक्रामक रुख अपनाने की तैयारी कर रही है। पार्टी ने कई अहम मुद्दों को लेकर रणनीति बनाई है। इनमें प्रमुख हैं—खाद संकट, ड्रग्स तस्करी, बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मामलों में सरकार की भूमिका।
कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में खाद की भारी किल्लत से किसान परेशान हैं। वहीं, राज्य में ड्रग्स तस्करी के बढ़ते मामलों पर भी पार्टी सरकार को कठघरे में खड़ा करेगी। इसके अलावा, कांग्रेस राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार से जवाब मांगेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हालिया विदेश यात्रा भी विपक्ष के निशाने पर है। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार इस यात्रा के दौरान निवेशकों से हुए करार और उनके प्रस्तावों पर श्वेत पत्र जारी करे। इसके साथ ही, लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में दर्ज 274 भ्रष्टाचार के मामलों में अभियोजन स्वीकृति न दिए जाने का मुद्दा भी सदन में जोर-शोर से उठने की संभावना है।
विधानसभा घेरने की रणनीति
कांग्रेस ने सत्र के पहले दिन विधानसभा का घेराव करने की योजना बनाई है। पार्टी का कहना है कि प्रदेश सरकार की नीतियों और निर्णयों से जनता परेशान है और इन मुद्दों को सदन में प्रमुखता से उठाया जाना चाहिए।
भाजपा की तैयारी
शीतकालीन सत्र से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास पर भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित होगी। यह बैठक शाम 7 बजे होगी, जिसमें सभी भाजपा विधायक शामिल होंगे। इस बैठक में सत्र के दौरान सरकार की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
सुशासन और जनकल्याण पर्व पर सवाल
राज्य सरकार ने हाल ही में सुशासन पर्व और जनकल्याण पर्व मनाने की घोषणा की थी। विपक्ष ने इसे लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में इस मुद्दे पर सरकार से सदन में जवाब देने की मांग की जाएगी।
सत्र में उठेंगे अहम मुद्दे
इस शीतकालीन सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस की संभावना है। जहां सरकार अपनी उपलब्धियों को गिनाने और योजनाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्ष इन योजनाओं और फैसलों पर सवाल उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास करेगा।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सत्र के दौरान कौन से मुद्दे प्रमुखता से उभरते हैं और किस तरह की राजनीति देखने को मिलती है।