धार जिले में कानून-व्यवस्था का सुदृढ़ संचालन करने वाले थानों और कार्यालयों की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। खासतौर पर नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) कार्यालय और कोतवाली थाने के नए भवनों का अभाव अब बड़ी समस्या बन चुका है। यह दावे किए जाते हैं कि जिले के लगभग 90% थानों को नए और सर्वसुविधायुक्त भवन मिल चुके हैं, लेकिन धार पुलिस मुख्यालय पर आज भी ये महत्वपूर्ण कार्यालय पुराने और असुविधाजनक भवनों में संचालित हो रहे हैं।
सीएसपी कार्यालय का हाल
सीएसपी कार्यालय वर्तमान में ट्रैफिक थाने के दो कमरों में संचालित हो रहा है। यह स्थान न तो कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है और न ही आम जनता के लिए। वर्ष 2020 से यह समस्या जस की तस बनी हुई है। ट्रैफिक थाने में स्थान की कमी और सुविधाओं का अभाव यहां कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बड़ी चुनौती है। नए भवन के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है, लेकिन निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हुआ है।
कोतवाली थाना: दशकों पुरानी इमारत में संचालन
धार कोतवाली थाना 40 साल पुराने भवन में संचालित हो रहा है। वर्ष 2022 में इसे आईएसओ सर्टिफिकेशन जरूर मिला, लेकिन नई बिल्डिंग का सपना आज भी अधूरा है। कोतवाली थाना भवन की स्थिति ऐसी है कि बारिश के दिनों में छतों से पानी टपकता है। अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बैठने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। हालांकि, भवन निर्माण के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध है, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह प्रक्रिया अटकी हुई है।
जमीनी हकीकत…
धार जिले में 23 थानों को नए भवन मिल चुके हैं। अधिकांश थानों को आईएसओ सर्टिफिकेशन भी प्राप्त हो चुका है। लेकिन धार मुख्यालय जैसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक कार्यालय और कोतवाली थाने की दयनीय स्थिति पुलिस प्रशासन की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाती है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
धार के पुलिस अधीक्षक मनोजकुमार सिंह के अनुसार, “सीएसपी कार्यालय और कोतवाली थाने के नए भवन निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू होगा।”
नए बस स्टैंड पर चौकी की मांग
शहर में बन रहे नए बस स्टैंड के साथ चौकी निर्माण की भी मांग उठ रही है। पुराने बस स्टैंड पर बनी चौकी जर्जर हो चुकी है। यदि जिम्मेदार अधिकारी ध्यान दें तो नए बस स्टैंड के साथ चौकी का निर्माण संभव है, जो यातायात प्रबंधन और सुरक्षा के लिए बेहद आवश्यक है।
सरकारी उदासीनता बनी बड़ी चुनौती
सरकारी भवन निर्माण में सबसे बड़ी समस्या भूमि की होती है, लेकिन धार में पर्याप्त भूमि होने के बावजूद भवन निर्माण अटका हुआ है। धार कोतवाली और सीएसपी कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण स्थानों के लिए यदि शीघ्र ही कार्रवाई नहीं होती, तो यह न केवल प्रशासनिक, बल्कि जनता की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा साबित हो सकता है।
नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय व कोतवाली थाने के नए भवन को लिए लेकर शासन स्तर पर प्रस्ताव बनाकर भेजते हैं।
मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक, धार