इंदौर सांसद शंकर लालवानी चाहते हैं खजराना इलाके का नाम बदलना, भोपाल और होशंगाबाद के लिए उठ चुकी है मांग


संभव है कि आने वाले दिनों में अब मध्यप्रदेश की राजनीति भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर चले। यहां अब तक जिन भी स्थानों का नाम बदलने की बात कही गई है उनकी पहचान मुस्लिम समुदाय से जुड़ी मानी जाती है। बयानों के पीछे का उद्देश्य भले की खुल के न कहा जा रहा हो लेकिन यह उस पहचान को बदलने की कोशिश भी नजर आती है। ईदगाह हिल्स, होशंगाबाद और अब खजराना। इन सभी इलाकों में मुस्लिम बाहुल्य आबादी निवास करती है। 


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राजनीति Updated On :
शंकर लालवानी, सांसद इंदौर


इंदौर। मध्यप्रदेश में नाम बदलने को लेकर आ रहे बयान अब ज़ोर पकड़ रहे हैं। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा के बाद अब अब इंदौर सांसद शंकर लालवनी भी इसी मांग के साथ मैदान में हैं। लालवानी ने इंदौर के खजराना इलाके का नाम बदलकर गणेश नगर रखने की मांग की है।

लालवानी ने इसके पीछे बाकायदा तर्क दिया है कि इस इलाके में होलकर राजवंश ने एक कुएं में अपना खजाना छिपाया था जिसके बाद यहां का नाम खजराना पड़ गया लेकिन अब जब यह इलाका यहां के प्रसिद्ध गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है तो इसका नाम गणेश नगर रखना चाहिए। लालवानी की इस मांग को बहुत से लोगों का सर्मथन भी मिल रहा है। खुद लालवानी के मुताबिक समाज का एक बड़ा तपका उनकी इस मांग के साथ है। खजराना इलाके का गणेश मंदिर प्रसिद्ध है लेकिन इंदौर शहर में खजराना मुस्लिम समुदाय की एक घनी बस्ती के रूप में जाना जाता है।

मध्यप्रदेश में नाम बदलने की राजनीति उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से प्रेरित नजर आती है। यहां सत्ता पक्ष से जुड़े लोग ही नाम बदलने की मांग करते नजर आ रहे हैं। इससे पहले विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने गुरु नानक देव जयंती के दिन भोपाल की ईद गाह हिल्स का नाम बदलकर गुरु नानक टेकरी रखने की मांग की थी। इसके बाद उन्होंने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम रखने के लिए भी कहा था। शर्मा अपनी इन मांगों के साथ ऐतिहासिक तथ्यों का हवाला देते रहे हैं।

ऐसे में संभव है कि आने वाले दिनों में अब मध्यप्रदेश की राजनीति भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर चले। यहां अब तक जिन भी स्थानों का नाम बदलने की बात कही गई है उनकी पहचान मुस्लिम समुदाय से जुड़ी मानी जाती है। बयानों के पीछे का उद्देश्य भले की खुल के न कहा जा रहा हो लेकिन यह उस पहचान को बदलने की कोशिश भी नजर आती है। ईदगाह हिल्स, होशंगाबाद और अब खजराना। इन सभी इलाकों में मुस्लिम बाहुल्य आबादी निवास करती है।



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