एक और डिजिटल अरेस्ट, गिरफ्तारी का डर दिखाकर इंदौर के बुजुर्ग से ठगे चालीस लाख रुपए


जालसाजों ने खुद को मुंबई पुलिस और सीबीआई अधिकारी के रूप में पेश कर उन्हें एक कथित बैंक फ्रॉड के मामले में फंसाने की धमकी दी और डराकर यह राशि ऐंठ ली। इस मामले की जांच इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है और दो मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


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इन्दौर Published On :

डिजिटल अरेस्ट और इसकी तरह के ऑनलाइन स्कैम इस समय एक बड़ी समस्या बनकर सामने आए हैं। देश में रोजाना इस तरह के हजारों छोटे बड़े मामले घटते हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर चिंता जताई थी। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में भी डिजिटल अरेस्ट की एक घटना हुई है, यहां 71 वर्षीय धनश्याम नामक बुजुर्ग, जो कि एक इलेक्ट्रिक कंपनी में कार्यरत हैं, उनके साथ ऑनलाइन ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें साइबर अपराधियों ने उनसे 40 लाख 60 हजार रुपये ठग लिए। इस घटना में अपराधियों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी और बाद में सीबीआई अधिकारी बताकर उनसे धन ऐंठने की कोशिश की। उन्होंने धनश्याम को डराया कि उन्हें एक वित्तीय गतिविधि के लिए गिरफ्तार किया जा सकता है जिसमें उनका कोई हाथ नहीं था।

अपराधियों ने धनश्याम को बताया कि मुंबई के एक बैंक में उनके नाम से बड़ी रकम का लेन-देन किया गया है और उनके खाते में कमीशन के रूप में बड़ी राशि आई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस लेनदेन के लिए उन्हें अवैध रूप से फंसाया जा रहा है। इस आधार पर उन्होंने धनश्याम से पैसे की मांग की ताकि वह इस मामले में उनकी मदद कर सकें।

जब धनश्याम ने संदेह व्यक्त किया कि उनका कोई खाता ही नहीं है, तब अपराधियों ने उन्हें फर्जी दस्तावेज भेजे और दावा किया कि बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है और उनके नाम से जाली पासबुक पाई गई है। इस तरह की झूठी कहानियों के सहारे उन्होंने धनश्याम से पैसे ठग लिए गए हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार, इस मामले में आगे की जांच जारी है और संबंधित मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ कई आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।



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