BSNL का यह बदलाव देखकर चौंक जाएंगे… सरकारी कंपनी बदल सकती है भारत में टेलीकॉम की सूरत


बीएसएनएल ने 4जी लॉन्च से पहले नया लोगो पेश किया और स्पैम-फ्री नेटवर्क, वाई-फाई रोमिंग, और प्राइवेट 5जी जैसी नई सेवाओं की शुरुआत की है।


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BSNL 4G

देश की सरकारी दूरसंचार कंपनी, बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड), ने अपनी 4जी सेवाओं के लॉन्च से पहले एक नया लोगो पेश किया है। यह बदलाव कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके साथ ही बीएसएनएल ने कई नई सेवाओं की शुरुआत की है, जिनमें स्पैम-फ्री नेटवर्क और देशव्यापी वाई-फाई रोमिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं। ये सेवाएं न केवल उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाएंगी, बल्कि डेटा खर्च को भी कम करने में मददगार साबित होंगी। BSNL 4G सेवाओं को शुरू करते हुए अपने विस्तार के लिए भी बड़ी योजनाओं पर काम कर रही है। कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), तेजस नेटवर्क्स, और सी-डॉट के साथ मिलकर अपना विस्तार कर रही है।

स्पैम-फ्री नेटवर्क की अनूठी सुविधा

BSNL ने अपने नेटवर्क को अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने के लिए एक स्पैम-फ्री नेटवर्क शुरू किया है। यह नेटवर्क उपयोगकर्ताओं को फ़िशिंग और मैलिशियस एसएमएस से बचाने के लिए ऑटोमैटिक फिल्टर का उपयोग करता है। इस कदम से बीएसएनएल अपने ग्राहकों को साइबर हमलों से सुरक्षित रखने में मदद करेगा, जो आजकल की डिजिटल दुनिया में एक प्रमुख समस्या है।

देशभर में वाई-फाई रोमिंग: FTTH ग्राहकों के लिए बड़ी सुविधा

बीएसएनएल ने अपने एफटीटीएच (Fibre to home) ग्राहकों के लिए एक खास वाई-फाई रोमिंग सेवा शुरू की है। यह सेवा ग्राहकों को बीएसएनएल के हॉटस्पॉट्स पर मुफ्त हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस प्रदान करती है, जिससे उनका डेटा खर्च भी कम होता है। यह सेवा उन उपभोक्ताओं के लिए बेहद फायदेमंद है जो अक्सर यात्रा करते हैं और बिना अतिरिक्त शुल्क के बेहतर इंटरनेट अनुभव चाहते हैं।

500 लाइव चैनलों के साथ इन्ट्रानेट टीवी सेवा

बीएसएनएल ने एक और क्रांतिकारी कदम उठाते हुए अपने एफटीटीएच ग्राहकों के लिए 500 से अधिक लाइव चैनलों के साथ एक इन्ट्रानेट टीवी सेवा शुरू की है। खास बात यह है कि इस सेवा के तहत टीवी स्ट्रीमिंग के लिए उपयोग किया गया डेटा उपभोक्ताओं के डेटा अलाउंस में शामिल नहीं होगा। यह सेवा उपभोक्ताओं को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उनके पसंदीदा टीवी कार्यक्रम देखने की सुविधा देती है।

सिम खरीदना होगा आसान: स्वचालित सिम कियोस्क की शुरुआत

बीएसएनएल ने स्वचालित सिम कियोस्क भी लॉन्च किए हैं, जहां ग्राहक आसानी से सिम कार्ड खरीद सकते हैं, अपग्रेड कर सकते हैं या अपने नंबर पोर्ट कर सकते हैं। यह सुविधा उन उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है जो सिम कार्ड से जुड़ी सेवाओं का उपयोग करने के लिए अधिक समय बर्बाद नहीं करना चाहते।

खनन उद्योग के लिए प्राइवेट 5जी नेटवर्क

सी-डैक के सहयोग से, बीएसएनएल ने खनन ऑपरेशनों के लिए एक प्राइवेट 5जी नेटवर्क पेश किया है। यह नेटवर्क ‘मेड-इन-इंडिया’ उपकरणों और बीएसएनएल की विशेषज्ञता के साथ बनाया गया है, जो एआई और आईओटी आधारित अत्याधुनिक सेवाओं को सपोर्ट करता है। यह नेटवर्क खास तौर से खतरनाक खनन क्षेत्रों में सुरक्षा विश्लेषण, रीयल-टाइम नियंत्रण, और ऑगमेंटेड रियलिटी-आधारित दूरस्थ रखरखाव जैसे कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है।

डायरेक्ट-टू-डिवाइस (D2D) सेवा: सैटेलाइट और मोबाइल नेटवर्क का नया युग

अंततः, बीएसएनएल ने भारत की पहली डायरेक्ट-टू-डिवाइस (D2D) सेवा भी लॉन्च की है, जो सैटेलाइट और मोबाइल नेटवर्क को एकीकृत करती है। यह तकनीक आपातकालीन स्थितियों और दूरदराज के क्षेत्रों में अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगी, जहां यह UPI भुगतान जैसी सेवाओं को भी सक्षम करेगी, खासकर उन स्थानों पर जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी एक चुनौती होती है।

बीएसएनएल का यह नया कदम कंपनी के लिए केवल तकनीकी उन्नति नहीं है, बल्कि भारत के दूरसंचार क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। स्पैम-फ्री नेटवर्क से लेकर देशव्यापी वाई-फाई और 5जी नेटवर्क तक, बीएसएनएल अपने ग्राहकों को उच्च स्तरीय सेवाएं प्रदान करने के लिए तत्पर है।

बड़ा विस्तार: 2025 तक 1 लाख 4G साइट्स

बीएसएनएल ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), तेजस नेटवर्क्स, और सी-डॉट के सहयोग से भारत में 4G साइट्स का तेजी से विस्तार किया है। वर्तमान में बीएसएनएल के पास 39,000 4G साइट्स सक्रिय हैं, और कंपनी का लक्ष्य है कि 2025 की शुरुआत या मध्य तक यह संख्या 1 लाख साइट्स तक पहुंच जाए।

TCS के एन गणपति सुब्रमण्यम ने बताया कि अब तक 49,000 साइट्स स्थापित की जा चुकी हैं, जिनमें से लगभग 38,000-39,000 साइट्स को सफलतापूर्वक चालू किया जा चुका है। इस महीने में ही 10,000-12,000 साइट्स के लिए उपकरण वितरित किए गए हैं। इन साइट्स में 700 MHz बैंड कनेक्टिविटी शामिल होगी, जो कि खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी कवरिंग प्रदान करेगी।

700 MHz बैंड का उपयोग और इसकी चुनौतियां

बीएसएनएल भारत में 4G सेवाओं के लिए 700 MHz बैंड का उपयोग करने वाली एकमात्र टेलीकॉम कंपनी है। हालांकि, इस बैंड का उपयोग व्यापक कवरेज प्रदान करता है, लेकिन एक कमी यह है कि यह बैंड उच्च स्पीड नहीं दे पाता है, जो अन्य बैंड्स की तुलना में इसकी सीमाएं दर्शाता है।

BSNL के 4G विस्तार के साथ उद्योग विशेषज्ञों की राय

उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि 1 लाख साइट्स का लक्ष्य पर्याप्त नहीं हो सकता है और बीएसएनएल को इस संख्या से अधिक साइट्स जोड़ने की जरूरत होगी ताकि वह पूरे भारत में समुचित कवरेज प्रदान कर सके।



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