प्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे, प्रबल पटेल, का वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो जबलपुर के यादव कॉलोनी इलाके में रिकॉर्ड किया गया, जिसमें प्रबल पटेल पुलिसकर्मियों से उलझते और धमकियां देते हुए दिखाई दे रहे हैं। घटना के अनुसार, बिना नंबर प्लेट की गाड़ी चलाते हुए प्रबल पटेल की कार एक बुजुर्ग डॉक्टर दंपत्ति की गाड़ी से टकरा गई, जिसके बाद विवाद हुआ। इससे पहले दिग्विजय सिंह के भतीजे और पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह के बेटे आदित्य विक्रम सिंह का वीडियो भी वायरल हुआ था। वे पुलिस से हुज्जत कर रहे हैं।
वायरल वीडियो में धमकियां देते दिखा प्रबल
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि प्रबल पटेल पुलिस अधिकारियों से बदसलूकी कर रहे हैं और वर्दी उतरवाने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने और उनके साथियों ने धक्का-मुक्की की। इसके परिणामस्वरूप स्थिति और बिगड़ गई। घटना के बाद मौके पर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप किया।
राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए इसे गुंडागर्दी और तानाशाही का प्रतीक बताया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेताओं के बेटे पुलिस को धमकाने का साहस कर रहे हैं, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस खुद सत्ता में रहते हुए तानाशाही करती रही है और अब झूठे आरोप लगाकर भ्रम फैला रही है।
पुलिस पर भी लगाए आरोप
कांग्रेस नेताओं ने महिला पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी आरोप लगाए कि उन्हें धमकाया गया और उनके साथ बदसलूकी की गई। भाजपा ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस नेताओं पर झूठे आरोप लगाकर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
यह मामला अब न सिर्फ कानूनी, बल्कि राजनीतिक रूप भी ले चुका है। जहां एक ओर मंत्री पुत्र पर गंभीर आरोप हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। अब यह देखना बाकी है कि पुलिस जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और इस मामले का राजनीतिक भविष्य क्या होगा।