पीथमपुर में 400 बेड वर्किंग वुमन हॉस्टल: 10 जिलों की महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित आवास


मध्य प्रदेश सरकार ने पीथमपुर में 400-बेड के वर्किंग वुमन हॉस्टल के निर्माण को मंजूरी दी है, जो कामकाजी महिलाओं को सुरक्षित आवास और आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा। यह हॉस्टल 2.50 हेक्टेयर में बनेगा और धार समेत 10 जिलों की महिलाओं को लाभान्वित करेगा। इसमें सिंगल, डबल और डॉरमेट्री बेडरूम, योगा, जिम, बच्चों के लिए डे-केयर, किचन, और सुरक्षा के इंतजाम होंगे। परियोजना में पर्यावरण-अनुकूल उपायों और स्थानीय महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया है।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

मध्य प्रदेश सरकार ने कामकाजी महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए पीथमपुर में 400-बेड वाले वर्किंग वुमन हॉस्टल के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित और सुविधाजनक आवास प्रदान करना है, जहां उनके बच्चों की देखभाल सहित आवश्यक सुविधाएं पास में ही उपलब्ध होंगी। यह हॉस्टल 2.50 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाएगा और इसका निर्माण नगर पालिका परिषद पीथमपुर द्वारा किया जाएगा।

10 जिलों को लाभान्वित करेगा यह प्रोजेक्ट

सीएमओ निशिकांत शुक्ला के अनुसार, इस वर्किंग वुमन हॉस्टल परियोजना से प्रदेश के 10 जिलों की कामकाजी महिलाओं को लाभ मिलेगा। इन जिलों में धार, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, देवास, उज्जैन, सागर, नर्मदापुरम और मंडीदीप शामिल हैं।

हॉस्टल की प्रमुख विशेषताएं

रहने के विकल्प: महिलाओं के लिए सिंगल, डबल और डॉरमेट्री बेडरूम उपलब्ध होंगे, जिनमें आरामदायक बिस्तर, स्टडी टेबल, कुर्सी, अलमीरा, और अटैच टॉयलेट की सुविधा होगी।

मनोरंजन और फिटनेस के अवसर: योगा कक्ष, जिम, और मनोरंजन कक्ष के साथ-साथ बच्चों के लिए खेलने के स्थान की भी व्यवस्था होगी।

भोजन की सुविधा: परिसर में एक कॉमन किचन और डाइनिंग हॉल उपलब्ध रहेगा, जहां उच्च गुणवत्ता वाला और किफायती भोजन, नाश्ता और चाय मिलेगी।

सुरक्षा उपाय: महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परिसर में सीसीटीवी कैमरे, गार्ड रूम और 24 घंटे सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी।

अतिरिक्त सेवाएं और सुविधाएं

बच्चों की देखभाल: महिलाओं के बच्चों के लिए डे-केयर रूम की व्यवस्था होगी, जहां प्रशिक्षित कर्मचारी बच्चों की देखभाल करेंगे।

चिकित्सा सुविधा: परिसर में एक प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।

दिव्यांग महिलाओं के लिए सुविधाएं: विशेष रैंप, व्हीलचेयर की सुविधा और अन्य सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।

स्वच्छता और सफाई: नियमित सफाई के साथ-साथ लॉन्ड्री सेवा भी दी जाएगी ताकि महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

पर्यावरण-अनुकूल उपाय

इस परियोजना को पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन और कचरा प्रबंधन जैसी सुविधाएं भी शामिल की जाएंगी, जिससे ऊर्जा की बचत होगी और पर्यावरण को भी फायदा पहुंचेगा।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

इस परियोजना से महिलाओं को न केवल सुरक्षित आवास मिलेगा, बल्कि स्थानीय महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, जिससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।

अन्य महत्वपूर्ण पहलू

वॉकिंग ट्रैक और पार्किंग: परिसर में वॉकिंग ट्रैक और पर्याप्त पार्किंग की सुविधा होगी।

दुकानों की व्यवस्था: परिसर में रोजमर्रा की जरूरतों के लिए दुकानों की व्यवस्था होगी, जहां महिला संचालिकाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

यह परियोजना कामकाजी महिलाओं को एक समग्र, सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 



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