भोपाल मे पकड़ी गई ड्रग्स का आरोपी डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और BJP नेताओं का करीबी, कांग्रेस ने तस्वीरें जारी कर खोला मोर्चा


भोपाल में 1800 करोड़ रुपये की ड्रग्स की बरामदगी के मामले में नया मोड़ सामने आया है। आरोपी हरीश अंजाना के भाजपा से जुड़े होने की खबर से प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ आरोपी की तस्वीरें साझा कर राज्य सरकार पर निशाना साधा। इस मामले ने हाल ही में दिल्ली में हुए ड्रग्स रैकेट की घटना को भी उजागर किया है, जिसमें भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाए थे। हालांकि, कांग्रेस ने उस मामले में आरोपी को पहले ही पार्टी से निकालने का दावा किया था।


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राजनीति Published On :

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 1800 करोड़ रुपये के ड्रग्स बरामदगी मामले में नया मोड़ सामने आया है। एनसीबी और गुजरात एटीएस द्वारा की गई छापेमारी में गिरफ्तार हरीश अंजाना के भाजपा युवा मोर्चा (BJYM) से जुड़े होने की खबर ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेता उमंग सिंघार और अरुण यादव ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ आरोपी की तस्वीरें साझा की हैं।

काांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। वहीं  इससे पहले नेता प्रतिपक्ष और उमंग सिंघार तथा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश में माफियाओं का शासन चल रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “भोपाल में 1800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग का सरगना निकला भाजपाई।” इसके अलावा, यादव ने यह भी सवाल उठाया कि मध्य प्रदेश पुलिस और खुफिया विभाग को इस रैकेट की भनक क्यों नहीं लगी। उन्होंने राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा के संरक्षण में ही यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है​।

 

गिरफ्तार आरोपी का भाजपा से संबंध:

हरीश अंजाना को मंदसौर से गिरफ्तार किया गया है और बताया जा रहा है कि वह भाजपा युवा मोर्चा का सदस्य है। उसकी कई तस्वीरें भाजपा के प्रमुख नेताओं और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ सामने आई हैं। इससे पहले भी हरीश पर मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में आरोप लग चुके हैं। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आरोपी का भाजपा से संबंध होने के कारण ही पुलिस और राज्य खुफिया विभाग इस मामले की भनक तक नहीं लगा पाए​।

 

दिल्ली ड्रग्स मामला याद आया:

हाल ही में दिल्ली में हुए एक बड़े ड्रग्स रैकेट का मामला भी इस संदर्भ में सामने आया है। दिल्ली में 5600 करोड़ रुपये के ड्रग्स रैकेट में मुख्य आरोपी तुषार गोयल पर भाजपा ने आरोप लगाया था कि उसका संबंध कांग्रेस से है। हालांकि, कांग्रेस ने तुरंत स्पष्ट किया कि गोयल को 2022 में ही पार्टी से निकाल दिया गया था। कांग्रेस ने इस मामले को भाजपा द्वारा झूठी खबर फैलाने का प्रयास बताया था​।

मध्य प्रदेश में चल रही जांच और राज्य सरकार पर सवाल:

गुजरात एटीएस और एनसीबी ने भोपाल के बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में छापा मारकर 1800 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की थी। इस दौरान दो मुख्य आरोपी, सान्याल प्रकाश बाने और अमित चतुर्वेदी, को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पूछताछ के दौरान मंदसौर से हरीश अंजाना की गिरफ्तारी हुई। कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार पर सवाल खड़ा किया कि इतने बड़े ड्रग्स रैकेट की भनक पुलिस और खुफिया विभाग को क्यों नहीं लगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे भाजपा सरकार की विफलता करार दिया और पूछा कि अगर राज्य की राजधानी में ही ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है, तो राज्य सरकार और पुलिस क्या कर रहे थे​(

 राजनीतिक माहौल गरमाया:

मुख्य आरोपी का भाजपा से जुड़ा होना प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है। कांग्रेस ने इसे लेकर राज्य सरकार को घेरा है, जबकि भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। अब इस मामले की जांच में और क्या खुलासे होंगे, यह देखना बाकी है। फिलहाल, ड्रग्स रैकेट में भाजपा से जुड़े होने के आरोपों ने राज्य सरकार को असहज स्थिति में ला दिया है।



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