कपास और सोयाबीन की कीमतों से परेशान किसानों के लिए राहत की खबर है। भारतीय कपास निगम (सीसीआई) द्वारा खरगोन जिले की ए-ग्रेड कपास मंडी, आनंद नगर में आगामी 1 अक्टूबर से कपास की खरीदी शुरू की जाएगी। यह कदम किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे पहले 16 सितंबर से यहां कपास की मुहूर्त खरीदी शुरू हुई थी, जिसमें कपास के भाव 7405 रुपये प्रति क्विंटल तक रहे। हालांकि, बाजार में कपास की न्यूनतम कीमत 3 से 4 हजार रुपये और मॉडल भाव 5 से 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक रहे हैं।
इस वर्ष केंद्र सरकार ने कपास की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 500 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 7621 रुपये तय की है। इससे किसानों को बेहतर दाम मिलने की उम्मीद है। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष सादशिव पाटीदार और मुकेश पटेल ने बताया कि 16 सितंबर को संघ ने आंदोलन कर सीसीआई से कपास की खरीदी की मांग रखी थी, जिसके बाद त्वरित निर्णय लेते हुए यह पहल की गई।
समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी के लिए 24 केंद्र बनाए गए
किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने और बिचौलियों से बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने सोयाबीन की समर्थन मूल्य पर खरीदी का निर्णय लिया है। इसके तहत 25 सितंबर से 20 अक्टूबर 2024 तक किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की बिक्री के लिए कुल 24 केंद्र निर्धारित किए हैं।
इन पंजीयन केंद्रों में आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था बरूड़, ऊन, श्री गणेश सहकारी समिति विपणन समिति खरगोन, सतपुड़ा सहकारी विपणन समिति भगवानपुरा, पिपलझोपा, मातेश्वरी मार्केटिंग सोसायटी सेगांव, गोगांवा, भीकनगांव, बमनाला, विवेकानंद सेवा सहकारी संस्था झिरन्या, महेश्वर, करही, पिपल्याबुजुर्ग, कसरावद, बोरांवा, सनावद, और अन्य स्थान शामिल हैं।
पंजीकृत किसानों से निर्धारित खरीदी केंद्रों पर 4892 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन की खरीदी की जाएगी। पंजीयन के लिए किसानों को अपने भूमि संबंधी दस्तावेज (बी-1), आधार नंबर और बैंक खाते की पासबुक की आवश्यकता होगी। पंजीयन के लिए किसान अपने एंड्राइड मोबाइल से ई-उपार्जन पोर्टल पर भी पंजीयन कर सकते हैं।
धान, ज्वार और बाजरा उपार्जन हेतु पंजीयन जारी
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार और बाजरा उपार्जन के लिए भी जिले में कुल 11 पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं। किसान 4 अक्टूबर 2024 तक इन केंद्रों पर पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन केंद्रों पर शासकीय कार्य दिवसों को छोड़कर पंजीयन किया जाएगा। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री भारत सिंह जमरे ने बताया कि पंजीयन की निःशुल्क व्यवस्था ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत कार्यालयों और सहकारी समितियों द्वारा संचालित केंद्रों पर की गई है। इसके अलावा एम.पी. किसान एप और एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से भी पंजीयन कराया जा सकता है।
वनपट्टाधारी और सिकमी बटाई वाले किसान भी करा सकते हैं पंजीयन
वनपट्टाधारी और सिकमी बटाई वाले किसान भी इस योजना के तहत धान, ज्वार और बाजरा उपार्जन के लिए जिले के 11 पंजीयन केंद्रों पर पंजीयन करा सकते हैं। इन केंद्रों में विवेकानंद सेवा सहकारी संस्था झिरन्या, महेश्वर, करही, कसरावद, गोगांवा, खरगोन, भगवानपुरा, भीकनगांव, और सनावद के सहकारी समितियां शामिल हैं।
सरकार की पहल से किसानों को राहत की उम्मीद
कपास, सोयाबीन, धान, ज्वार और बाजरा की फसलों के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी की इस पहल से किसानों को उनकी उपज के उचित दाम मिलने की संभावना है। इससे न केवल उन्हें आर्थिक लाभ मिलेगा बल्कि बिचौलियों और दलालों के शोषण से भी मुक्ति मिलेगी।
किसान क्या करें?
किसान अपने निकटतम पंजीयन केंद्र पर जाकर पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में भूमि से संबंधित बी-1 दस्तावेज, आधार नंबर और आधार से लिंक बैंक खाते की पासबुक शामिल है। किसान स्वयं के एंड्रॉइड मोबाइल का उपयोग करके ई-उपार्जन पोर्टल पर भी पंजीयन कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए:
किसान अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या सहकारी समिति से संपर्क कर सकते हैं।