रिंगनोद छात्रावास में करंट लगने से दो छात्रों की मौत के बाद जिला और प्रदेश स्तर पर हलचल मच गई है। गुरुवार को जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार और विभागीय मंत्री विजय शाह ने छात्रावास का निरीक्षण किया। मंत्री शाह ने मृतक छात्रों के परिवारों से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त की और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
घटना की जानकारी और जांच
बुधवार को हुई इस घटना के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए होस्टल अधीक्षक और सहायक आयुक्त को निलंबित कर दिया था। गुरुवार सुबह प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार रिंगनोद पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण कर छात्रों से चर्चा की। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और अन्य अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे। प्रमुख सचिव ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मासिक निरीक्षण के निर्देश
प्रमुख सचिव और कलेक्टर ने धार पीजी कॉलेज में हुई बैठक में छात्रावासों के अधीक्षकों को मासिक निरीक्षण का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना अधीक्षकों की जिम्मेदारी है। धार जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में माता-पिता अपने बच्चों को भरोसे से छात्रावास में भेजते हैं, इसलिए उनकी देखभाल में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
मंत्री शाह का निरीक्षण और संवेदनाएं
घटना के दूसरे दिन, विभागीय मंत्री विजय शाह रिंगनोद छात्रावास पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को छात्रावास की खिड़कियों पर मच्छर जाली लगाने और आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए। बाद में मंत्री शाह मृतक छात्रों के गांव जाकर परिवारजनों से मिले और उन्हें सरकार की ओर से मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों का दायित्व बच्चों की सुरक्षा का था, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बाजार में चर्चाएं
सहायक आयुक्त के निलंबन के बाद बाजार और विभाग में चर्चा गर्म है। कुछ कर्मचारी मानते हैं कि कार्रवाई में गलती हुई है और दूसरों की लापरवाही का परिणाम सहायक आयुक्त को भुगतना पड़ा है।
मंत्री का आश्वासन
मंत्री विजय शाह ने इस दुखद घटना को लेकर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।