धार में आर्थिक तंगी के चलते झांकियों की संख्या में कमी, वर्षों पुरानी परंपराएं प्रभावित


धार में अनंत चतुर्दशी पर 20 झांकियों और 18 अखाड़ों का आयोजन होगा, जिसमें धार्मिक और सामाजिक संदेशों के साथ भव्य झांकियां शामिल होंगी। आर्थिक तंगी के बावजूद, परंपराएं जीवित रखने का प्रयास किया जा रहा है।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

अनंत चतुर्दशी पर इस बार शहर की सड़कों पर झांकियों की रौनक कम देखने को मिल रही है। आर्थिक तंगी के चलते कई वर्षों पुरानी झांकियां, जैसे एकता चौपाटी और माली समाज की झांकियां, बंद हो चुकी हैं। धार में प्रशासन और राजनेताओं से आर्थिक सहयोग न मिलने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है, जबकि इंदौर जैसे शहरों में झांकियों को प्रशासनिक सहायता मिलती है। इस बार भी आयोजन समिति और स्थानीय लोग अपनी परंपराओं को जीवित रखने का प्रयास कर रहे हैं।

 

20 झांकियां और 18 अखाड़े शामिल होंगे

हालांकि, आर्थिक तंगी के बावजूद इस साल 20 झांकियां और 18 अखाड़े अनंत चतुर्दशी के चल समारोह में शामिल होंगे। शहर की सड़कों पर धार्मिक, देशभक्ति, स्वच्छता और पर्यावरण के संदेश देने वाली झांकियों के साथ-साथ अखाड़ों के पहलवान करतब दिखाएंगे। विजयश्री स्पोर्ट्स क्लब, श्री चिंतामण गणपति मंदिर और काठमांडू पैनल की झांकियां प्रमुख आकर्षण रहेंगी।

108 फीट लंबी झांकी रहेगी विशेष आकर्षण

श्री चिंतामण गणपति मंदिर की झांकी इस साल 108 फीट लंबी बनाई गई है, जो वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग पर आधारित है। समिति के गोपाल यादव ने बताया कि झांकी की तैयारी दो महीने पहले शुरू की गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है। इस झांकी में गायक दल भी शामिल होगा।

 

झांकियों की सुरक्षा में 300 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती

सुरक्षा के मद्देनजर शहर में 300 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ड्रोन और पुलिसकर्मी झांकियों और अखाड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। डीजे पर सख्त प्रतिबंध रहेगा और पूरे आयोजन की निगरानी की जाएगी।

सुरक्षा और तैयारियां पूरी

सीएसपी रविंद्र वास्कले और एसडीएम रोशनी पाटीदार ने बताया कि शहर में अनंत चतुर्दशी के अवसर पर सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं।

 



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