शाही अंदाज में नगर भ्रमण पर निकलेंगे धारनाथ, पालकी में विराजित होकर देंगे जनता को आशीर्वाद


धार में 2 सितंबर को भगवान धारनाथ का शाही छबीना निकलेगा, जिसमें वह शाही पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। यह आयोजन प्रदेश में उज्जैन के बाद सबसे प्रसिद्ध सवारी के रूप में जाना जाता है। धार के महाराज आनंदराव पवार द्वारा शुरू की गई इस परंपरा में हजारों लोग शामिल होंगे।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

धार में 2 सितंबर को भगवान धारनाथ का शाही छबीना निकाला जाएगा, जिसमें वह अपनी शाही पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। धार के इतिहास में यह आयोजन विशेष महत्व रखता है, जिसे धार के महाराज आनंदराव पवार ने शुरू किया था। यह आयोजन प्रदेश में उज्जैन के बाद धार की विख्यात सवारी के रूप में प्रसिद्ध है। धार के महाराज द्वारा भेंट की गई पालकी में भगवान धारनाथ जनता को आशीर्वाद देने और उनका हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

भगवान धारनाथ के इस शाही छबीने की तैयारी पूरी कर ली गई है। सोमवार को दोपहर 4 बजे शुरू होने वाले इस समारोह में हजारों लोग शामिल होंगे। चल समारोह में झांकियां, अखाड़े और शिवडोले भी शामिल होंगे, जबकि गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया जाएगा। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि आयोजन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

धारेश्वर महादेव मंदिर में स्थित भगवान धारनाथ का इतिहास भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना यह आयोजन। राजा भोज के समय स्थापित इस शिवलिंग की महिमा तब और बढ़ गई जब मुगल आक्रांता इस मंदिर को नुकसान पहुंचाने में असफल रहे। धार के राजवंश की परंपरा के अनुसार, सावन सोमवार की समाप्ति के बाद भगवान धारनाथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस वर्ष यह आयोजन पूर्णिमा समाप्ति के बाद दूसरे सोमवार को किया जा रहा है।

धार में धारनाथ बाबा का दरबार सदियों से अधिकारियों की आस्था का केंद्र रहा है। नए कलेक्टर-एसपी अपने कार्यभार संभालने से पहले भगवान धारनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं। इंदौर के कमिश्नर दीपक सिंह और संजय दुबे जैसे उच्च अधिकारी भी भगवान धारनाथ के प्रति अपनी आस्था रखते हैं।

आयोजन के लिए सुरक्षा प्रबंध भी चाक-चौबंद हैं। रविवार को बारिश के बीच पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। 12 टीआई, 5 डीएसपी, और 400 से अधिक पुलिसकर्मी शहर में सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। इसके अलावा बाइक टीम और मोबाइल वैन भी तैनात की गई हैं।

धारेश्वर मंदिर प्रांगण में भगवान धारनाथ के पवित्र मुखौटे का पूजन और महाआरती के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी। मांझी समाज के युवक शाही पालकी को कंधे पर उठाकर नगर भ्रमण कराएंगे। आरती मंडल द्वारा विशेष तैयारियां की गई हैं, और प्रसाद वितरण के साथ ही अनुशासन से सभी कार्य संपन्न होंगे।

इस विशाल आयोजन में झांकियां और अखाड़े के पहलवान भी अपने कला का प्रदर्शन करेंगे। नगर के प्रमुख मार्गों से यह चल समारोह गुजरेगा, जहां जगह-जगह स्वागत मंच और अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। नगर पालिका ने सफाई व्यवस्था के लिए 300 से अधिक सफाईकर्मी तैनात किए हैं जो आयोजन के दौरान सफाई का ध्यान रखेंगे।

धार में यह आयोजन सदियों पुरानी परंपराओं और धार्मिक आस्था का प्रतीक है, जिसमें हर वर्ष हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं और भगवान धारनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।



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