धार जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने के सरकारी फैसले के खिलाफ जोरदार विरोध हो रहा है। धार से सांसद और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, सावित्री ठाकुर ने इस निपटान का विरोध करते हुए कहा कि यह कचरा आबादी क्षेत्र से बहुत दूर होना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन और तिरंगा पद यात्रा
विरोध में स्थानीय लोगों ने तिरंगा पद यात्रा निकाली और हस्ताक्षर अभियान चलाया। महिला, बुजुर्ग, और युवा सभी इस विरोध में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पीथमपुर के विभिन्न स्थानों पर तिरंगा यात्रा और मौन रैली निकाली। हस्ताक्षर अभियान जयनगर, छत्रछाया और आयशर चौराहे पर चलाया गया। बारिश के बावजूद लोग विरोध में डटे रहे।
कंपनी के खिलाफ नारेबाजी
रामकी कंपनी में जलाए जाने वाले कचरे के खिलाफ जनता में भारी गुस्सा है। युवा तिरंगा और विरोधी तख्तियां लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए। रामकी कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
संसाधनों की कमी और स्थानीय ग्रामीणों का विरोध
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पीथमपुर वेस्ट मैनेजमेंट प्रायवेट लिमिटेड कंपनी, जिसे यह जिम्मेदारी दी गई है, विवादों में है। पहले इसका नाम रामकी कंपनी था। कंपनी के पास संसाधन कम हैं और इसने गलत जानकारी देकर फैक्टरी खोली थी। रात को अन्य कारखानों का दूषित कचरा यहां जलाया जाता है, जिससे आबादी क्षेत्र में प्रदूषित हवा फैल जाती है।
मंत्री ठाकुर का बयान
मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा, “पीथमपुर प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। यहाँ विषैले कचरे का निपटान नहीं होना चाहिए। 16 साल पहले भी पीथमपुर के तारापुर गांव में यूनियन कार्बाइड का 40 टन कचरा दबाया गया था, जिससे भूजल प्रदूषित हो गया था। कचरे का निपटान क्षेत्र के किसी वीरान हिस्से में होना चाहिए।”
हस्ताक्षर अभियान और ज्ञापन
पीथमपुर बचाओ समिति की ओर से चलाए गए हस्ताक्षर अभियान में हजारों लोग शामिल हुए। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। संयोजक डॉ. हेमंत हिरोले ने बताया कि यह अभियान आंदोलन का रूप लेगा और आगे भी जारी रहेगा।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
युवा नेता संदीप रघुवंशी ने कहा, “हम सब एकजुट होकर तिरंगा लेकर यात्रा में शामिल हुए थे। भोपाल गैस त्रासदी का कचरा पीथमपुर में नहीं जलने देंगे।”
विपुल पटेल, अध्यक्ष प्रतिनिधि पीथमपुर, ने कहा, “हम हर परिस्थिति में पीथमपुर की जनता के साथ हैं। हमने सरकार के फैसले को प्रस्ताव लाकर नकार दिया है। इस कचरे के जलने से पीथमपुर में भोपाल जैसे हालात हो जाएंगे। हम विधानसभा तक लड़ाई लड़ेंगे।”
पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के निपटान का विरोध जारी है। स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि इस निर्णय के खिलाफ खड़े हैं और इसे किसी वीरान स्थान पर ले जाने की मांग कर रहे हैं।