मप्र में कांग्रेस सबसे कमजोर स्थिति में बताई जाती है लेकिन इस दौरान पार्टी जमकर अपना दम दिखा रही है। सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस ने भोपाल में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एनएसयूआई और कांग्रेसी कार्यकर्ता काफी संख्या में पहुंचे, कांग्रेसी नेताओं के मुताबिक यह संख्या करीब तीन हजार तक थी। यह प्रदर्शन प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले, नीट घोटाले और तमाम दूसरी अनियमितताओं को लेकर था। इस दौरान प्रदर्शन को रोकने के लिए काफी इंतज़ाम किए गए थे। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सौ मीटर के दायरे में तीन लेयर की सुरक्षा रखी गई थी।
भोपाल में नर्सिंग घोटाले और नीट पेपर लीक समेत अन्य परीक्षाओं में धांधली के विरोध में एनएसयूआई ने सोमवार को एक बड़ा प्रदर्शन किया। सुबह 10 बजे से ही प्रदेश के कई हिस्सों से कांग्रेसी कार्यकर्ता यहां पहुंचने लगे थे और इसके साथ ही प्रशासनिक तैयारियां तेज़ हो रहीं थी। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दोपहर दो बजे मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करना शुरू किया हालांकि उन्हें रेडक्रॉस हॉस्पिटल के पास बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिसमें एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे घायल हो गए और उन्हें तुरंत रेडक्रॉस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद कांग्रेसियों की भीड़ तितर बितर हो गई। हालांकि इसके बावजूद भी कांग्रेसी कार्यकर्ता मैदान छोड़े को तैयार नहीं थे और दोबारा एकजुट होकर बैरियर लांघने की कोशिश करने लगे। इस दौरान पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी भी मौजूद रहे जिन्होंने दूसरे कार्यकर्ताओं के साथ अपनी गिरफ्तारी दी। पीसीसी से दौड़ते हुए एनएसयूआई कार्यकर्ता लिंक रोड नंबर एक पर पहुंचे, जहां पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। जब वे नहीं रुके, तो पुलिस ने फिर से वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
छात्र नेता रवि परमार और उनके साथ कई दर्जन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने 20 किमी दूर खजुरी थाने के पास वैन से उतारा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और वरुण चौधरी को अलग-अलग थानों में ले जाया गया।
रवि परमार ने बताया कि नर्सिंग घोटाले के विरोध में एनएसयूआई प्रदेशभर में चरणबद्ध तरीके से प्रदर्शन कर रही है और इसके लिए 25 प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इसी क्रम में सोमवार को भोपाल में सीएम हाउस का घेराव करने का निर्णय लिया गया था। परंतु, मोहन यादव ने पुलिस का सहारा लेकर छात्र नेताओं पर बर्बर लाठीचार्ज करवाया। इससे स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार नर्सिंग माफियाओं के साथ खड़ी है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, “आज हमारे ऊपर बल प्रयोग, पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल कर यह संदेश दिया गया है कि भाजपा को वोट देने के बावजूद वे आपके बच्चों के भविष्य का गला घोंट देंगे। हमारा विरोध जारी रहेगा और हम कल एफआईआर दर्ज कराएंगे।