जिले में अब पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, जिले के हजारों विद्यार्थियों को मिलने जा रहा है बड़ा लाभ


कई विषयों की पढ़ाई का अवसर, अब युवाओं को पढ़ाई के लिए इंदौर जाने की बाध्यता नहीं होगी।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को शिक्षा में सुधार लाने के लिए कहीं योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। इसके तहत जिले में महाराज भोज कालेज के नाम बदलने के साथ ही यहां बच्चों को कई सुविधाएं मिलने की उम्मीद हैं। धार कॉलेज में ऐसे कई विषय थे जिनका अध्ययन करने के लिए इंदौर व अन्य जगह जाना पड़ता था और वे सुविधाएं अब धार कॉलेज में ही मिलेंगी। वहीं कॉलेज आने-जाने के लिए बस की सुविधा भी मिलेगी। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस महाराजा भोज शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बस सेवा 15 जुलाई से शुरू हो जाएगी। इसमें निर्धारित दो रूटों से 32 सीटर बस छात्रों के लिए उपलब्ध होगी।

पूर्व में इस सुविधा की शुरूआत एक जुलाई से होना थी, जिससे प्रबंधन ने बस अनुबंध सहित रूट निर्धारण की प्रक्रिया पहले से ही कर ली थी, लेकिन सेवा की शुरूआत में उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों से विलंब होने के कारण यह 15 से शुरू होगी।

करोड़ों रुपए का मिलेगा बजट: हाल ही में शासकीय भोज कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिला है। मप्र सरकार ने हर जिले से एक कॉलेज का चयन किया। इसमें धार लीड कॉलेज को भी विद्यार्थियों के विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च के लिए हर साल भर में करोड़ रुपए मिलेंगे। 14 जुलाई को प्रदेश के 55 कॉलेजों का उद्घाटन इंदौर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। इसका लाइव प्रसारण होगा। स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। वहीं 14 जुलाई से प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में विद्यार्थियों के लिए बस सुविधा भी शुरू हो जाएगी। इसमें कालेज भवन का रंग-रोगन का काम पूरा हो चुका है।

नए विषय आने से बच्चो को मिलेगी सुविधा: स्नातकोत्तर महाविद्यालय को पौएम एक्सीलेंस कालेज का दर्जा मिलने के बाद से नए विषयों की पढ़ाई भी शुरु हो रही है।  ऐसे में विद्यार्थी खुश हैं, पीएम श्री कालेज के सयोजक आरसी घावरी ने बताया कि अब विद्यार्थियों को इंदौर न जाते हुए यहीं से अपने आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इस बार पीएम एक्सीलेंस होने के साथ कला संकाय- उर्दू संस्कृत चित्रकला, भूगोल मनोविज्ञान विज्ञान संकाय- गणित, बायोटेक्नोलॉजी,कम्प्यूटर साइंस जैसे विषय भी होंगे। इसके साथ ही बीएड के लिए भी प्रकिया चल रही है। वहीं पहली बार धार आदिवासी बाहुल्य में संस्कृत में एमए की पढ़ाई भी हो सकेगी। आईआईटी दिल्ली के सहयोग से ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभिक किए जाएंगे। वही रोजगार मुखी पाठ्यक्रम के लिए बीकॉम इन रिटेल ऑपरेशन का भी चयन इस बार हुआ है।

22 पदों के लिए स्वीकृत: कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि नए सत्र में शैक्षणिक पदों के लिए 22 पद स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें सहायक प्राध्यापक के रूप में कला संकाय के उर्दू 1, सस्कृत 1, भूगोल में 1, मनोविज्ञान में 1 और चित्रकला में 2 जो कुल 6 पद मिले हैं और गणित-विज्ञान संकाय के गणित में 1, बायोटेक्नोलॉजी 5 और कम्प्यूटर साइंस में 5 पदों की स्वीकृति मिल गई है। इन सभी की भर्ती अकादमिक स्तर से होगी। तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रूप में प्रयोगशाला तकनीशियन के 2 और प्रयोगशाला परिचारक के 2 और कम्प्यूटर ऑपरेटर का 1 पद स्वीकृत किया गया है।

 

14 जुलाई को आडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। पीएम श्री कालेज में नए विषय आने से विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा वहीं एक ही छत में नीचे सभी सुविधाएं मिलेंगी

डॉ. एसएस बघेल, प्राचार्य, पीजी कॉलेज धार



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