मध्यप्रदेश में मूंग उत्पादक किसान पिछले काफी दिनों से राज्य सरकार के बनाए गए नए नियम के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने प्रत्येक किसान से मूंग खरीदी की सीमा कम कर दी थी लेकिन किसानों के प्रदर्शन के आगे सरकार ने घुटने टेक दिये हैं। गुरूवार को तय किया गया है कि सरकार अब समर्थन मूल्य पर 8 क्विंटल के बजाय 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मूंग खरीदेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को विधायकों की बैठक में यह निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा एवं परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने हरदा में इसकी घोषणा की, जिसके बाद भारतीय किसान संघ ने अपना विरोध प्रदर्शन रोक दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम हाउस के समत्व भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के विधायकों की बैठक ली। इस बैठक में बीजेपी के सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, बैतूल, हरदा और नर्मदापुरम जिलों के विधायक शामिल हुए।
किसानों की परेशानीः बैठक में नर्मदापुरम जिले के विधायक विजयपाल सिंह ने मूंग की प्रति हेक्टेयर 8 क्विंटल खरीदी का मामला उठाया। उन्होंने बताया कि 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के बजाय 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की खरीदी के आदेश से किसानों को नुकसान हो रहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खरीदी की सीमा 8 क्विंटल से बढ़ाकर 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर करने के निर्देश जारी किए। बुधवार को ही केंद्र सरकार ने एक खाते से दिनभर में 25 क्विंटल के बजाय 40 क्विंटल खरीदी के आदेश दिए थे।
शिक्षा एवं परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने हरदा में भारतीय किसान संघ का धरना समाप्त करवाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने किसान की प्रतिदिन की मूंग खरीदी की सीमा 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल करने पर भी सहमति दी है। प्रदेश सरकार किसानों की आय और कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए संकल्पित है और उपज की खरीदी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में लगातार वृद्धि की जा रही है। इसके बाद किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया है। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी ने किसानों का आठ दिन से जारी धरना समाप्त करने की घोषणा की।