भोपाल में शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, काउंसलिंग में पद वृद्धि की मांग


अभ्यर्थियों ने भाजपा सरकार पर वादा खिलाफी के आरोप लगाए।


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उनकी बात Published On :

पदवृद्धि की मांग कर रहे सैकड़ों बेरोजगारों ने भोपाल में आंदोलन शुरू कर दिया है। गुरुवार को तेज धूप में महिला अभ्यर्थी अपने छोटे बच्चों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुईं।

सालभर से पदवृद्धि की मांग कर रहे बेरोजगारों ने रानी कमलापति स्टेशन से रैली निकाली, जो बीजेपी कार्यालय और डीपीआई तक पहुंची। प्रदर्शनकारी जब सीएम हाउस की ओर बढ़े, तो पुलिस ने उन्हें सख्ती से रोक दिया। इस दौरान चयनित शिक्षकों और अधिकारियों के बीच बहस भी हुई।

प्रदर्शनकारियों ने पदवृद्धि नहीं होने पर इच्छामृत्यु की अनुमति की मांग भी की है। पिछले साल शिक्षक वर्ग 1 की चयन और पात्रता परीक्षा पास करने वाले शिक्षक नौकरी की मांग कर रहे हैं। वे शिक्षा विभाग द्वारा कम पदों पर भर्ती और घोषित पदों में बैकलॉग शामिल करने का विरोध कर रहे हैं।

हजारों अभ्यर्थी चयन और पात्रता परीक्षा पास करने के बाद भी प्रतीक्षा सूची में रखे जाने से नाराज हैं और आयु सीमा को मुद्दा बना रहे हैं।रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदेश भर से आए अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती पर सरकार की बेरुखी के खिलाफ प्रदर्शन किया। रैली के रूप में बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाकर नारेबाजी की।

प्रदर्शन करीब आधे घंटे तक चला।बेरोजगार शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवेश पालीवाल ने कहा कि सीएम डॉक्टर मोहन यादव और अन्य मंत्रियों को बेरोजगारों की परवाह नहीं है और अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो बेरोजगार भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं और पद खाली हैं, लेकिन सरकार भर्ती नहीं कर रही है। पिछले 12 साल में नाम मात्र के पदों पर भर्ती हुई है जबकि कई पद सेवानिवृत्ति के चलते खाली हो गए हैं।

प्रदर्शनकारियों ने जब सीएम हाउस की ओर बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। गिरफ्तारी की चेतावनी के बाद प्रदर्शनकारियों ने लोक शिक्षण संचालनालय तक मार्च निकाला। ढाई किलोमीटर पैदल चलते हुए महिला अभ्यर्थी अपने छोटे बच्चों के साथ संचालनालय पहुंचीं और वहां नारेबाजी की।



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