लोकसभा चुनावों के नतीजों का दिन खासा चौंकाने वाला साबित हो रहा है। तमाम एग्जिट पोल इस बार गलत साबित होते हुए नजर आ रहे हैं। शाम चार बजे तक किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है। भाजपा जहां 240 सीटों पर है तो वहीं एनडीए 295 पर है। इसके सामने कांग्रेस 100 और इंडिया गठबंधन 230 पर है। भाजपा के अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाले तमाम दावे ध्वस्त होते दिखाई दे रहे हैं और अब देश में हंग असेंबली की तैयारी दिखाई दे रही है। हालांकि एग्जिट पोल मप्र में बिल्कुल ठीक साबित हुआ है। यहां भारतीय जनता पार्टी को सभी 29 सीटें मिल गई हैं। नकुलनाथ भी अपनी छिंदवाड़ा की सीट नहीं बचा पाए हैं।
सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। जिन्होंने विदिशा सीट पर 8.12 लाख वोटों से जीत हासिल की है। वहीं इंदौर की जीत इससे भी बड़ी रही है जहां शंकर लालवानी को 11.75 लाख वोट मिले हैं। हालांकि यहां भाजपा ने अपने सामने से विपक्ष को खत्म करने का पूरा प्रयास किया और कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय बम को आखिरी मौके पर नाम वापस करवाकर अपने साथ मिला लिया। यहां नोटा पर करीब 2.18 लाख वोट पड़े हैं। गुना सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 5.40 लाख वोट से जीत हासिल कर ली है। जबलपुर से भाजपा के आशीष दुबे ने 4.80 लाख वोट से जीत हासिल की है। सागर से लता वानखेड़े ने भी 4.70 लाख वोट से चुनाव जीता है। इसी तरह होशंगाबाद सीट पर 4.30 लाख वोट से दर्शन सिंह सिकरवार जीते हैं।
भोपाल सीट पर आलोक शर्मा करीब साढ़े चार लाख वोट से जीते हैं। इसके अलावा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी एक बड़े अंतर से जीत दर्ज करने में सफल हुए है। कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह अपनी राजगढ़ सीट से और कांतिलाल भूरिया रतलाम झाबुआ सीट से हार गए हैं। मुरैना से कांग्रेसी उम्मीदवार नीटू सिकरवार करीब 51 हजार वोट से हारे हैं वहीं भिंड से फूल सिंह बरैया की हार का अंतर भी इस 63 हजार ही रहा है। इस तरह इन कुछ सीटों को छोड़ दें तो भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों को बड़े अंतर से हराया है।