44.4°c के साथ सबसे गर्म दिन, हीटवेव से लोग बेहाल, बारिश की संभावना भी साथ


डॉक्टरों ने बताया मौसम को खतरनाक, बदन ढक कर निकलने की सलाह


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

मई के दूसरे पखवाड़े में गर्मी पसीने छुड़ा रही है। गर्म हवा लोगों को परेशान कर रही है। जिले में 20 मई से हिट वेव यानी लू चलेगी। हालांकि इससे पहले ही तेज गर्मी से लोग बेहाल नजर आ रहे हैं। रविवार को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले तीन दिन में यह बढ़कर 45 डिग्री सेल्सियस तक जाने का अनुमान है।

जिले में पिछले एक सप्ताह से पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवाती परिसंचय के कारण कहीं-कहीं आंधी चलने के साथ बारिश हो रही थी। रविवार को मौसम खराब रहने के साथ सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। तापमान 44.4 डिग्री पर पहुंचा। सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक गर्म हवाएं चली। इससे बचने के लिए लोगों ने चेहरे को कपड़े से ढका। दोपहर 3 बजे बाद कम ही लोग बाहर निकले। आगामी दो दिनों में मौसम साफ रहने से जिले का तापमान 45 डिग्री तक पहुंचेगा।

गर्मी के सीजन में गर्म रविवार:

रविवार का दिन अब तक के दिनों में गर्मी वाला दिन था, वहीं 44.4 डिग्री सेल्सियस तक दिन का तापमान पहुंचा था। जो शनिवार को 42.5 था। वही रविवार की गर्मी के कारण लोगों के हाल बेहाल हुए। सुबह 11 बजे के बाद से कम ही लोग बाहर निकल रहे थे। मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक ने बताया कि मौसम साफ होने से तापमान बढ़ रहा है। इससे गर्म हवा चल रही है। हीट वेव का असर सुबह 11 बजे से 3 बजे तक रहेगा। दो दिनों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर रहेगा। इसलिए आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें।

इस बार जून माह के अंत तक आएगा मानसून:

अगले माह से बारिश सीजन की शुरुआत होगी। जिले में पिछले दो सालों में मानसून जुलाई में आया था लेकिन इस बार तापमान बढ़ने से मानसून के जून के अंत तक आने का अनुमान है। किसानों को मानसून सीजन में तीन बारिश होने के बाद ही बोवनी करने की सलाह दी जा रही है। कई किसान प्री मानसून की बारिश के बाद बोवनी शुरू कर देते हैं। ऐसे समय में अगर तेज धूप रही तो बीज जमीन के अंदर ही खत्म जाता है।

अप्रैल की तरह मई में भी हो रही बारिश:

इस बार अप्रैल में भी बारिश हुई थी और मई में भी यह सिलसिला जारी है। पिछले साल भी अप्रैल और मई में बारिश हुई थी। गर्मी तो पढ़ रही है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ आ जाने के कारण होने वाली बारिश से समय-समय पर इससे राहत भी मिल रही है। बार-बार मौसम बदलने के पीछे वजह मौसम के जानकार क्लाइमेट चेंज बता रहे हैं।

पानी पीते रहें, ढीले और सूती कपड़े पहनें:

गर्मी और बढ़ते तापमान को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। डॉ राजेश शर्मा का कहना है लू से बचाव के लिए पानी अधिक पीएं खास कर बच्चो को धूप से बचाए व उनका विशेष ध्यान रखें। डॉ सुमित सिसोदिया ने बताया कि कुछ दिनों में गर्मी के साथ लू की आशंका है। लू के लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, उल्टी, अत्यधिक पसीना, बेहोशी आना, कमजोरी महसूस होना, शरीर में ऐंठन, नब्ज असामान्य होना शामिल हैं। लू के लक्षण दिखने पर पीड़ित व्यक्ति को छायादार जगह पर लिटाएं, व्यक्ति के कपड़े ढीले करें, उसे पेय पदार्थ कच्चे आम का पना आदि पिलाएं। शरीर तापमान घटाने के लिए ठंडे पानी की पट्टियां रखें। प्रभावित व्यक्ति को तत्काल स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं। इसके साथ ही डॉ नीतिश गुप्ता का कहना है। की गर्मी के कारण त्वचा का खास ध्यान रखना चाहिए, उसे पूरा कवर करके घर से बहार निकलें।

किसानों को परेशान कर रही बारिश:

एक ओर जहां गर्मी से आम लोग परेशान है तो वहीं बारिश का डर किसानों को सता रहा है। किसानों को डर है कि अगर इसी तरह रुक-रुक कर बारिश होती रही तो मानसून कमजोर पड़ जाएगा। किसानों के मुताबिक वे बेमौसम बारिश से पहले ही परेशान हैं और गर्मी के मौसम में बारिश होना इसे और भी खराब करेगा।

 



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