रेलवे स्टेशन व रेलवे लाइन के विस्तारीकरण के काम में बाधा बन रहे सावन मोहल्ला क्षेत्र के अवैध निर्माणों को हटाने की कार्रवाई शुरू होकर कुछ ही देर में स्थगित कर दी गई। कार्रवाई शुरू होने के कुछ देर बाद ही विधायक उषा ठाकुर यहां पहुंच गईं। उनके पहुंचने के बाद ही कार्रवाई रोक दी गई इस दौरान आठ लोगों ने स्वेच्छा से अपना अतिक्रमण हटा लिया। इसके अलावा रेलवे की जेसीबी मशीन से एक मकान पूरा तोड़ दिया। वहीं विधायक उषा ठाकुर ने इन लोगों का कब्जा हटाने के लिए चार दिनों का समय मांगा है। ठाकुर ने लोगों को दूसरे स्थान पर जगह देने का वादा भी किया है हालांकि रक्षा संपदा के इलाके में वे कहां दूसरी जगह दिलवाएंगी यह स्पष्ट नहीं है।
रेलवे विभाग द्वारा रेलवे लाइन रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण में बाधित बन रहे सावन वाला क्षेत्र के अवैध निर्माणों को हटाने की मांग रक्षा संपदा विभाग तथा छावनी परिषद से की जा रही थी। दोनों विभाग द्वारा 100 से अधिक रहिवासियों को पिछले 5 वर्षों से लगातार नोटिस दिए जा रहे थे कि वह अपना अवैध निर्माण हटा लें लेकिन इन नोटिस का कोई असर नहीं हो रहा था जिस कारण विस्तारीकरण में देरी हो रही थी।
जानकारी के अनुसार रेलवे को यह काम फरवरी माह के अंत तक पूरा करना है इसे देखते हुए निर्माण कंपनी ने सख्ती से कहा कि सोमवार को अगर निर्माण नहीं जाता तो हम काम नहीं कर पाएंगे इसे देखते हुए रक्षा संपदा विभाग रेलवे विभाग ने मिलकर प्रथम चरण में बाधित बन रहे 29 अवैध निर्माणों को हटाने का निर्णय लिया।
सुबह से विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए थे। इस दौरान करीब 3 घंटे तक पुलिस का इंतजार किया गया। भारी भरकम अमले को देखकर करीब आठ अवैध निर्माण करने वालों ने अपने भवन से सामान हटा लिया, इस दौरान एक पक्के निर्माण को जेसीबी मशीन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। इसी दौरान स्थानीय विधायक उषा ठाकुर अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंची तथा सख्त लहजे में कहा कि जब मेरी कलेक्टर और अन्य अधिकारी से चर्चा हो गई है तो फिर यह कार्रवाई क्यों की जा रही है, इस पर मौके पर रेलवे विभाग, एसडीएम, छावनी परिषद के अधिकारियों से चर्चा हुई। जिस पर उन्हें अधिकारियों ने पूरी योजना विस्तार से बताई।
इसके बाद विधायक उषा ठाकुर ने कहा कि प्रथम चरण में जो लोग प्रभावित हो रहे हैं उन्हें कम से कम चार दिन का समय दिया जाए ताकि हम उन्हें अन्य जगह स्थान दे सकें और यह अपना सामान वहां ले जा सकें, इस पर सभी राज हुए और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रुक गई।
इसके बाद में विधायक उषा ठाकुर ने तीनों विभागों के अधिकारियों को चर्चा के लिए डाक बंगले बुलवाया जहां पर रेलवे की योजना तथा रक्षा संपदा विभाग व छावनी परिषद के कार्य योजना को समझा।
मुझे पहले जानकारी क्यों नहीं दी… कार्रवाई के दौरान विधायक उषा ठाकुर छावनी परिषद और रक्षा संपदा विभाग के अधिकारियों पर काफी नाराज़ हुईं। उषा ठाकुर ने इन विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस कार्रवाई की जानकारी मुझे पहले जानकारी देना उचित क्यों नहीं समझा गया, इस दौरान छावनी परिषद के इंजीनियर को सख्त लहजे में कहा कि जो भी कार्य योजना बने उसकी जानकारी मुझे पहले दी जाए। इस तरह अचानक कार्रवाई करना उचित नहीं है।
पश्चिम रेलवे के सीनियर इंजीनियर अंकुर सिंह ने यहां बताया कि इन अवैध निर्माण कार्य के कारण हमें काम पूरा करने में काफी देरी हो रही है। हमें यहां के सभी निर्माण तत्काल हटवाने होंगे जिन्हें पूर्व में ही कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं।
कहां देंगे जमीन?
विधायक उषा ठाकुर ने सबके सामने कह तो दिया है कि वे इन लोगों को किसी अन्य स्थान पर रहने के लिए जगह देंगे और बाद में पट्टे भी दिए जाएंगे लेकिन और पीएम आवास का लाभ भी दिलवाया जाएगा लेकिन सवाल यह है कि प्रथम चरण में प्रभावित होने वाले लोगों को जगह कहां देंगे क्योंकि मौके से काफी दूर तक रक्षा संपदा विभाग की ही जमीन है और नियमानुसार इस प्रकार आश्वासन पर जमीन नहीं दी जा सकती, इसके अलावा प्रथम चरण में जिन 29 अतिक्रमण को हटाया जा रहा है वह पूरी तरह अवैध हैं। लोगों को उनके मौजूदा स्थान के नजदीक रहने के लिए कहां दूसरी जगह दी जाएगी इसका सही-सही जवाब फिलहाल किसी अधिकारी के पास नहीं है और न ही वे इस बारे में ज्यादा कुछ बोलना चाहते हैं, वहीं लोग भी इस आश्वासन पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।