भारत सरकार सहकारिता मंत्रालय द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के कम्प्यूटराइजेशन योजना लागू की गई है। इसके लिए जिले में क्रियान्वयन एवं मॉनीटरिंग करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण समिति का गठन भी किया गया है।
समितियों का कम्प्यूटरीकरण होने से किसानों को कर्ज, खाद, बीज बांटने जैसे समस्त कार्य रजिस्टर पर किया जाता था। अब इसी कार्य को कम्प्यूटर के माध्यम से किया जाएगा। जिससे मैन्युअल कार्य के दौरान होने वाली छोटी-मोटी त्रुटि नहीं होगी। साथ ही बैंक एवं संस्था के अधिकारी-कर्मचारी को जानकारी निकालने में भी कोई परेशानी नहीं होगी। हर काम का हिसाब-किताब कम्प्यूटर में दर्ज होगा। इससे सदस्यों को जिस प्रकार बैंक में खातोंं की जानकारी ली जाती है। उसी प्रकार कम्प्यूटर के माध्यम से संस्था में भी जानकारी दी जा सकेगी।
जिले की 94 समितियों में कम्प्यूटरीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए कम्प्यूटर, प्रिंटर, यूपीएस आदि उपकरण जिले की समस्त समितियों को प्राप्त हो चुके है। धार जिले में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के मार्गदर्शन में उपायुक्त सहकारिता वर्षा श्रीवास एवं सीसीबी महाप्रबंधक केके रायकवार द्वारा समियितों को निर्देशित कर निरंतर कार्य की समीक्षा की जा रही है।
इसके साथ ही जिले में कार्य को पूर्ण कराने व किसी प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए बैंक मुख्यालय स्तर पर अंकित परमार के प्रभार में कुलदीप बैरागी को मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया गया है। जिसके परिणाम स्वरूप मप्र की लगभग 4500 समितियों में से प्रदेश में प्रथम कम्प्यूटरीकरण होने वाली 20 समितियों के प्रतिनिधियों को नईदिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह 2024 में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
इस कार्य को करवाने के लिए ममता शुक्ला व अंकित परमार व टीम ने निरंतर कार्य किया जिसमें धार जिले की संस्था सुसारी और मनासा भी शामिल है।