मोदी सरकार के कृषि बिल के खिलाफ जहाँ एक तरफ लाखों किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ आन्दोलन के तहत अब दिल्ली-हरियाणा सीमा पर अपना डेरा जमा कर दिल्ली को घेर लिया और तय किया है कि जब तक किसानों के मुद्दों पर सरकार गंभीरता से विचार नहीं करेगी तब तक उनका आन्दोलन वहीं सिंघु सीमा पर जारी रहेगा। किसानों के इस आन्दोलन मध्यप्रदेश के किसान भी शामिल हैं। वहीं मेधा पाटकर का एनए पीएम भी किसानों के साथ दिल्ली पहुंच चुका है। किन्तु मध्य प्रदेश के किसानों को भी दिल्ली तक पहुँचने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
UP Police stopped farmer contingents of South India led by Medha Patkar & Pratibha Shinde to reach Delhi. Dharna started 8pm, 25 Nov under open sky in cold. Today police compelled to let team to proceed to Delhi. Victory for resolve & peaceful but determined protest by farmers !! pic.twitter.com/hN1Rze8yVo
— All India Kisan Sangharsh Coordination Committee (@aikscc) November 27, 2020
मध्यप्रदेश से दिल्ली के आन्दोलन में पहुंचे किसानों का कहना है कि, एक तो किसानी पहले से ही घाटे का सौदा है और पहले से कई विदेशी कम्पनियों ने खाद-बीज आदि के मार्किट पर कब्ज़ा कर लिया है और अपनी मनमानी चलाते हैं, जिससे खेती की लागत कई गुना बढ़ चुकी है। अब ऐसे में सरकार उसके उपज को भी हड़पना चाहती है मने सरकार किसानों अनाज निजी कम्पनियों को देना चाहती है जिसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं रह जाएगी। और निजी कम्पनियां ही अपने हिसाब हमारे फसलों का दाम तय करेगी, जिसका मन हो उसका ही अनाज अपने दाम पर खरीद कर मुनाफ़ा कमाएगी। ऐसे में किसान के हाथ कुछ नहीं बचेगा और वह और गरीब हो जायेगा।
#WATCH | दिल्ली: कृषि बिलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली कूच कर रहे किसानों के मूवमेंट पर नज़र रखने के लिए टिकरी बॉर्डर पर प्रशासन की निगरानी में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। pic.twitter.com/Y1TMiQ57Be
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2020
मध्यप्रदेश मुख्य रूप से सोयाबीन, चना और गेंहू की खेती होती है और इस समय हालत यह है कि मध्यप्रदेश में जो सरकारी खरीद होती है। वह बहुत कम है और किसान को पूरा न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाता। ऐसे में मोदी सरकार द्वारा लाये गये नये कानून के तहत सरकार सब कुछ निजी कंपनियों पर छोड़ कर एमएसपी से मुक्त जाएगी। तब किसान का माल कौन खरीदेगा और क्या उसे क्या फायदा होगा? इसलिए किसान इन तीन नये कानूनों का विरोध कर रहे हैं। यह विरोध पूरे देश के किसान कर रहे हैं।
#WATCH | कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली कूच करते हुए भारतीय किसान संघ गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचा।
भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने बताया, "सलाह-मशविरा करने के बाद यहां से आगे बढ़ेंगे। तब तक यहीं डेरा डालेंगे।" pic.twitter.com/CxSnf1FTfb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2020
मध्यप्रदेश से जो किसान दिल्ली पहुंचे हैं उनका कहना है कि दिल्ली तक आने में उन्हें भी रास्ते में पंजाब हरियाणा के किसानों की तरह कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उन्हें जगह-जगह परेशान किया है। बता दें कि मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक से दिल्ली आ रहे किसानों को यूपी पुलिस ने रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं मेधा पाटकर सहित कई नेताओं को भी आगरा में हिरासत में लिया था।