ध्वनि विस्तारक यंत्रों को लेकर प्रभावी स्तर पर कार्यवाही का दौर शुरु हो चुका है। अब किसी भी धार्मिक स्थल की छतों पर तेज साउंड वाले स्पीकर सहित माइक नहीं होंगे। कुछ लोगों ने एक से दो माइक सहित चौंगड लगा रखे थे, उन्हें भी हटाने के लिए कहा गया है। शासन के निर्देशों के अनुरूप धार पुलिस ने थाना स्तर पर साउंड सिस्टम हटाना शुरु कर दिया हैं। साथ ही धार्मिक स्थलों से जुड़े पदाधिकारियों को बताया गया हैं, कि सिर्फ 40 डेसीमल के साउंड का ही उपयोग कर सकेंगे। इसको लेकर भी बकायदा परमिशन संबंधितों को लेनी होगी, जिसमें भी संबंधित साउंड सिस्टम छत की बजाय धार्मिक स्थल के परिसर में अंदर की और लगाया जाएगा। इसका उपयोग भी सुप्रीम कोर्ट सहित सरकार के निर्देशों के तहत ही होगा। नए आदेशों की जानकारी एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देशन व सीएसपी रविंद्र वास्कले के मार्गदर्शन में दी जा रही है।
दरअसल गत दिनों शासन ने ध्वनि विस्तारक यंत्रों को लेकर नया आदेश जारी किया था। जिसमें धार्मिक स्थलों से तेज साउंड वाले यंत्रों को हटाने व तय डेसीमल के अनुसार ही उपयोग करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद शहर के पुलिस कंट्रोल रूम पर बैठक धर्म गुरुओं की आयोजित की गई थी, हालांकि उक्त बैठक में धार्मिक स्थलों पर एक से दो सिस्टम लगाकर कम आवाज करने को लेकर चर्चा हुई थी। किंतु अब इन माइकों को भी हटाने के लिए कहा गया है क्योंकि नए आदेशों में ध्वनि प्रदूषण कम करने के सख्त निर्देश हैं, जिसमें छत की बजाय स्पीकर को परिसर में रखने के लिए कहा गया है। ऐसे में निर्देशों के अनुसार थाना क्षेत्रों में गांवों तक पुलिस अधिकारी पहुंच रहे हैं।
थाना नौगांव टीआई सविता चौधरी पुलिस अधिकारियों को लेकर ग्राम कालुखेडी, अनारद पहुंची, यहां पर धार्मिक स्थलों के सदर सहित इमाम को पूरे आदेश की विस्तृत जानकारी दी गई। जिस पर पुलिस अधिकारियों के समक्ष मुस्लिम समाज ने ही स्वयं पहल करते हुए सभी माइकों को हटा लिया है। अब छतो पर कोई ध्वनि विस्तारक यंत्र मौजूद नहीं है। वहीं साउंड सिस्टम की आवाज को चेक करने के लिए भी फ्लाइंग स्क्वायर्ड बनाया गया हैं, जो प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों के साथ मिलकर भी चेकिंग कर सकता है। थाना प्रभारी चौधरी के अनुसार नौगांव थाना अंतर्गत आने वाले सभी धार्मिक स्थलों की छतों पर लगे सभी साउंड सिस्टम सहित माइक हटा दिए गए है। समाज के लोगों को जानकारी देने पर लोगों ने स्वयं ही हटाने की पहल की है।