बैंकों की तर्ज पर इन जिलों की सहकारी समितियां भी होंगी कंप्यूटराइज्ड


प्रदेश में 94 समितियों को चुना गया है, कंप्यूटराइज्ड होने के बाद किसानों को होगा फायदा


आशीष यादव आशीष यादव
काम की बात Published On :

आधुनिकता के इस दौर में हर काम को आसान बनाने के लिए डिजिटलाइजेशन लगभग हर स्‍तर पर देखने को मिलता है। प्राइवेट से लेकर सरकारी सेक्‍टर इससे अब अछुते नहीं रहे है। लेकिन गांवों में किसानों को सेवाएं देने वाली सहकारी सोसायटियां अब भी इतनी आधुनिक नहीं बन पाई हैं। जहां सोसायटियां किसानों के खाते, वितरण और ऋण व्‍यवस्‍था को पुराने बही खाता पद्धति से मैंटेन कर रही हैं लेकिन अब इन सोसायटियों को भी अपग्रेड करने की कवायद केंद्र सरकार ने शुरू की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सहकारिता को किसानों के आसान बनाने के लिए पैक्‍स कम्‍प्‍यूटराइजेशन योजना शुरू की है। इस योजना के प्रथम चरण में पायलेट प्रोजेक्‍ट के तहत सहकारी सोसायटियों को कम्‍प्‍यूटराइज्‍ड किया जाना है। मध्‍यप्रदेश में भी यह काम होना है। इस पायलेट प्रोजेक्ट में मध्‍यप्रदेश के 10 जिले शामिल है। जिनमें आदिवासी बाहुल्‍य धार जिला भी शामिल है। जहां पर 94 सोसायटियों का कामकाज आने वाले कुछ माह बाद पूरी तरह कम्‍प्‍यूटराइज्‍ड हो जाएगा। इस योजना में फिलहाल  प्रदेश के 10 जिलों को इसके लिए चुना गया  है। इनमें विदिशा, सीहोर, भिंड, भोपाल, दमोह, खरगोन, देवास, इंदौर व खंडवा शामिल है।

इसलिए हुआ चयन :  इस पायलेट प्रोजेक्‍ट के तहत उन जिलों का चयन किया गया, जहांं पर सोसायटियों में पहले से मैनपॉवर के रूप में ऑपरेटर, कम्‍प्‍यूटर, पावर सप्‍लाय, इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएं उपलब्‍ध थी। धार जिले से योजना के क्रियान्‍वयन के लिए बनाई गई राज्‍य स्‍तरीय अनुश्रवण एवं क्रियान्‍वयन समिति को दिए गए डेटा के बाद धार जिला पायलेट प्रोजेक्‍ट में ही चयनित हो गया और जिले की 94 सोसायटियों को कम्‍प्‍यूटराइज्‍ड करने के लिए 20 करोड़ रुपए का बजट भी उपलब्‍ध करवा दिया गया।

ये होंगे फायदे : योजना के मुताबिक इसके बाद इन सोसायटियों का डिजीटलाइजेशन होने के बाद सबसे ज्‍यादा फायदा किसानों को होगा। सोसायटी ही इन्‍हें रबी और खरीफ सीजन में किसानों को सीधे ऋण उपलब्‍ध करवाने की प्रक्रिया सोसायटी के माध्‍यम से होती है। इसके अलावा ऋण वसूली, प्रधानमंत्री फसल बीमा और खाद वितरण जैसे महत्‍वपूर्ण काम भी सोसायटी के माध्‍यम से संचालित होते हैं। कम्‍प्‍यूटराइज्‍ड व्‍यवस्‍था नहीं होने के कारण सारा कामकाज अभी मैन्‍यूल होता है।

 

पैक्‍स कम्‍प्‍यूटराइजेशन योजनांतर्गत प्रदेश के10 जिलों में सोसायटियों को कम्‍प्‍यूटराइज्‍ड करने के लिए काम होना है। इसमें धार जिले में का भी चयन किया गया है। धार जिले की 94 सोसायटी इस पायलेट प्रोजेक्‍ट के तहत अपग्रेड की जाना है। जिसके लिए बजट भी आवंटित किया गया है। 

पीएस धनवाल, महाप्रबंधक, सीसीबी धार



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