सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को मिली दो साल की सजा पर रोक लगाकर उनकी संसद सदस्यता बहाल करने का रास्ता खोल दिया है लेकिन लोकसभा सचिवालय से अब तक यह निर्णय नहीं हुआ है जबकि उनकी सदस्यता छीने जाने का फैसला सूरत कोर्ट से सजा सुनाए जाने के 24 घंटे के बाद ही हो गया था। इस पर विपक्ष के नेता सवाल उठा रहे हैं। अब मध्य प्रदेश भाजपा के सहप्रभारी और उत्तर प्रदेश के इटावा से सांसद राम शंकर कठेरिया को दो साल की सजा मिली है। उन्हें 12 साल पुराने मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने दंगा फैलाने के मामले में दोषी पाया है। अब तक उनकी सदस्यता समाप्त नहीं हुई है। लोकसभा सचिवालय की ओर से हो रही इस देरी पर कांग्रेस नेता पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए हैं और सचिवालय से उनकी सदस्यता तत्काल समाप्त करने की मांग की है। कमलनाथ रविवार को राष्ट्रीय बांस शिल्पकार समाज के महासम्मेलन में पहुंचे थे।
कमलनाथ ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, ‘ कठेरिया की सदस्यता बिल्कुल समाप्त करना चाहिए। कानून सभी पर लागू होता है। राहुल गांधी के मामले में तो अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया कि ये गलत है। रामशंकर कठेरिया को किसलिए सजा दी गई। उन्होंने जो किया उसकी सजा मिली। लेकिन राहुल गांधी पर लगे आरोप और इसमें बहुत अंतर है।’ उन्होंने कहा कि इस दौरान सेक्स रैकेट केस में सजा पा चुके हरदा के नेता रामकृष्ण पटेल के भाजपा में शामिल होने को लेकर कहा कि BJP के पास अब यही बचा है।
BJPसांसद को मिली 2 साल की सजा के बाद लोकसभा से सांसदी खत्म होने और राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर बोले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, "देखिए इनकी नीयत और नीति साफ नहीं अब जब सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया साफ शब्दों में कह दिया फिर क्या किसी को खुशामद करने की जरूरत है"@OfficeOfKNath… pic.twitter.com/1OrcR5Wkqu
— Deshgaon (@DeshgaonNews) August 6, 2023
कठेरिया के मामले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी कठेरिया की सदस्यता समाप्त करने की मांग उठाई थी। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी की सदस्यता तो 24 घंटे में समाप्त कर दी गई थी। अब देखते हैं की इनकी सदस्यता समाप्त होती है या नहीं होती है? इसी से पता चलेगा कि माननीय लोकसभा के हमारे अध्यक्ष कितनी निष्पक्षता से काम करते हैं? और साथ में जब राहुल गांधी की सजा को स्थगित कर दिया गया है स्टे मिल गया है तो उनकी सदस्यता कब तक बहाल होती है इस पर भी हम देखते हैं।’