ऑटो टेस्टिंग ट्रेक पर तेंदुए के पहुंचने से हड़कंप, सड़क किनारे लगे पिंजरे में फंसाकर किया रेस्क्‍यू


ट्रेक के किनारे लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी तेंदुए की मूवमेंट, इसके बाद से वन विभाग था अलर्ट


DeshGaon
धार Published On :
leopard in dhar

धार। प्रदेश का एकलौता ऑटो टेस्टिंग ट्रैक पीथमपुर में है जहां पर अब तक सिर्फ हाईस्‍पीड कारों और वाहनों की टेस्टिंग की जाती है, लेकिन पहली बार इस ट्रेक पर तेंदुए की मूवमेंट से हड़कंप मच गया।

दरअसल बीते दिनों ट्रेक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में तेंदुए की मूवमेंट कैद हुई थी जिसके बाद से हड़कंप मचा हुआ था। ट्रेक से लगी वन विभाग की जमीन से निकलकर तेंदुआ ट्रेक वाले हिस्‍से के नजदीक घूमता दिख रहा था।

इसके बाद वन विभाग को भी सूचना दी गई थी। वन विभाग ने तेंदुए के रेस्क्‍यू के लिए पिंजरा लगाया था जिसमें तेंदुआ फंस गया। अब इसे ट्रेक से शिफ्ट कर नर्मदा पट्टी के जंगल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है।

एशिया की सबसे बड़ी इंडस्‍ट्री नगरी पीथमपुर में भी तेंदुए का मूवमेंट नजर आया था। बीती रात एशिया के सबसे बड़े हाई स्पीड ट्रेक ऑटो टेस्टिंग पर तेंदुए का मूवमेंट देखने को मिला था जिसके बाद वन विभाग अलर्ट मोड पर आया।

वन विभाग की टीम ने ऑटो टेस्टिंग एरिया में पिंजरे लगाए। तेंदुए के मूवमेंट के दौरान वह पिंजरे में कैद हो गया। कैद होने से पहले तेंदुए ने एक नीलगाय का शिकार भी किया था।

वन विभाग के अधिकारी मुकेश अहिरवार ने बताया टेस्टिंग ट्रेक में लगे कैमरे में तेंदुए का मूवमेंट नज़र आने के बाद वन विभाग की टीम लगातर सर्चिंग कर रही थी। टेस्टिंग ट्रेक के हर सीसीटीवी पर लगातार नज़र रखी जा रही थी। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया जहां देर रात तेंदुआ पिजरे में कैद कर लिया गया।

पिछले दिनों में बाघ और तेंदुए के मूवमेंट के साथ ही पीथमपुर में तेंदुए की दहशत से लोग परेशान थे। ऑटो टेस्टिंग ट्रेक के पास जंगल का इलाका होने से तेंदुए की लगातार मूवमेंट नजर आ रही थी। तेंदुए के पिंजरे में कैद होने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।

ग्रामीणों को किया आगाह –

मांडू वन परिक्षेत्र के रेंजर महेश अहिरवार ने ग्रामीणों से संपर्क कर उन्हें जंगल से दूर रहने की हिदायत दी और कहा कि जब भी अपने खेत में जाएं तो समूह में जाएं। इसके अलावा जंगली जानवर को पत्थर या अन्य वस्तु से हमला नहीं करें। इससे वह भयभीत होकर आक्रमण कर सकता है। आने-जाने में हो-हल्ला करते हुए चलें, ताकि वह सामना नहीं करेगा। रात्रि में खेत पर नहीं सोने की सलाह दी।

पिंजरे में कैद हुए तेंदुए को अब रहवासी क्षेत्र से दूर जंगल में छोड़ा जाएगा। वहीं अन्य बाघ जो अभी रहवासी क्षेत्र के आसपास खुले में घूम रहे हैं। उसके लिए भी टीम लगातार सर्च कर रही है। उन्हें भी विभाग जल्द ही पकड़ कर जंगल में छोड़ देगा।



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