प्रशासन को चुनौतीः इस्तीफा दे चुकी डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने बिना अनुमति के किया सर्व धर्म शांति सम्मेलन


बैतूल में श्रीलंका के न्यायमंत्री सहित 10 देशों से मेहमान जुटे, निशा बांगरे ने प्रशासन पर लगाया असहयोग का आरोप। प्रशासन इस संबंध में साक्ष्य एकत्र कर करेगा नियमानुसार कार्रवाई।


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बैतूल। धार्मिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होने देने के कारण डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे चुकी निशा बांगरे ने रविवार को बैतूल जिले के आमला में शासन-प्रशासन को चुनौती देने के अंदाज में बिना प्रशासकीय अनुमति के अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म शांति सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें फाउंडेशन के प्रमुख गगन मलिक तथागत भगवान बुद्ध की अस्थियां लेकर पहुंचे थे।

इस कार्यक्रम में उनके साथ श्रीलंका के न्यायमंत्री विजयदासा राजपक्षे समेत विशिष्ट अतिथि थे जिन्होंने निशा बांगरे के निवास पर अस्थि कलश स्थापित करने के बाद सर्वधर्म प्रार्थना कर फीता काटकर गृहप्रवेश कराया। इस दौरान सिख, जैन धर्म, इसाई, बोहरा समाज के धर्मगुरुओं ने प्रार्थना की।

प्रशासन द्वारा सम्मेलन की अनुमति ना देने के सवाल पर कार्यक्रम में भोपाल से पहुंचे महंत अनिलानंद उदासी ने कहा कि जब सर्वधर्म का कार्यक्रम है तो अनुमति ना देना प्रशासनिक अधिकारियों की चूक है, हम तो अपेक्षा करेंगे कि भविष्य में ऐसा ना हो।

वहीं, भोपाल के ही भंते शाक्य पुत्र सागर थेरो ने कहा कि पहली बार मध्यप्रदेश में सर्व धर्म सद्भाव शांति सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। एक नारी जिम्मेदारी से काम कर रही है तो उसे सहयोग करना चाहिए। अगर उनको राजनीति में जाना है तो जाएं, कोई दिक्कत नहीं है लेकिन शासन उनके इस प्रयास को रोकने का काम कर रहा है तो यह तानाशाही है।

इस दौरान प्रमुख रूप से लाइट एशिया फाउंडेशन श्रीलंका के अध्यक्ष नवीन गुणरत्ने, वर्ल्ड अलाइंस आफ बुद्धिस्ट के अध्यक्ष डॉ. पोर्नचाई पियापोंग थाईलैंड, सिस्टर मिथिला बांग्लादेश, साबुज बरुवा बांग्लादेश, सिस्टर नीनिये म्यांमार, डॉ. ली किट यांग दुबई, फाई यान वियतनाम, डॉ. योंग मून साउथ कोरिया, कैप्टन नटकीट थाईलैंड, डॉ. पोंगसांग थाइलैंड, कार्यक्रम के संयोजक सुरेश अग्रवाल, मोहन राव बाकोड़े मौजूद थे।

डिप्टी कलेक्टर बांगरे ने अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म शांति सम्मेलन में शामिल होने व आय़ोजन की अनुमति मांगी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों की वजह से कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति का आवेदन निरस्त कर दिया था।

कार्यक्रम को लेकर निशा बांगरे ने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं दिया गया। उनके मकान की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी और उन्होंने जनरेटर लगाकर सर्वधर्म शांति सम्मेलन का आयोजन किया।

उन्होंने कहा कि प्रशासन कितनी भी नकारात्मक शक्ति लगा ले, हम सर्वधर्म को मानने वाले लोग हैं। शांति का संदेश देते हैं भाईचारा चाहते हैं। सरकार द्वारा दिए गए नोटिस के संबंध में बांगरे ने कहा कि साजिश और षड्यंत्र तो चलेंगे ही हम डरने वाले नहीं हैं। विदेशी मेहमानों को कार्यक्रम में बुलाने की सभी प्रक्रिया पूरी की गई है। अधूरे मकान का गृहप्रवेश कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि वर्षा प्रारंभ होने के पहले यहां शिक्षण कार्य शुरू करें, इसलिए गृहप्रवेश किया गया है।

साक्ष्य एकत्र कर नियमानुसार कार्रवाई करेगा प्रशासन –

डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे द्वारा शासन और जिला प्रशासन से कार्यक्रम की अनुमति मांगी गई थी। हमने दोनों आवेदन निरस्त कर दिए थे जिसके बाद भी उनके द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस संबंध में साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे और नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। – श्यामेंद्र जायसवाल, अपर कलेक्टर



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