इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में बीती रात पलासिया थाने के बाहर जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। अब इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी की गाज थाना प्रभारी पर गिरी है।
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने टीआई के साथ साथ डीसीपी को भी लाइन हाजिर कर दिया है। इस मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी को सौंपी गई है।
गुरुवार की रात बजरंग दल और पुलिस के बीच में भारी हंगामे के बाद पलासिया थाने में बजरंग दल के अज्ञात 250 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
यह केस बलवा सहित अन्य धाराओं में दर्ज किया गया है। धारा 332, 341,188 और 147 की लगाई गई है, ये सभी धाराएं जमानती है।
देर रात पुलिस ने 11 लोगों नामजद गिरफ्तार किया, जिन्हे अलसुबह जमानत दे दी गई, ये सभी बजरंग दल के मुख्य पदाधिकारी हैं जिन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था ।
UPDATE – Indore | Bajrang Dal |
Indore Police lodged FIR against 'unknown' Bajrang Dal men for causing riot & voluntarily causing hurt to public servants, say @CP_INDORE Makrand Deoskar.
The FIR lodged under sections 147, 188 and 332 of the IPC at Palasiya Police station. pic.twitter.com/GncnCeQOIE
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) June 16, 2023
इस घटना के बाद से ही प्रदेश की राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है, लाठीचार्ज की वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथ लिया है।
मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट कर लिखा कि ‘इंदौर में शिवराज सरकार ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां चलाईं गई हैं। बजरंग दल अवैध शराब के ठिकानों का विरोध कर रहा था। शराब के मामले में शिवराज समझौता नहीं करते। जो अवैध शराब का विरोध करेगा उसे अधमरा कर दिया जाएगा।’
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित नहीं था, ऐसे में आक्रोशित हुए बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पलासिया चौराहे पर चक्काजाम कर दिया।
पुलिस के मुताबिक मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को चक्का जाम खोलने और हटने के लिए कई बार निर्देशित किया, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने ऐसे में पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए रास्ता खुलवाने का प्रयास किया।