नरसिंहपुर। यहां एक मुस्लिम लड़के ने अपने प्यार को पाने की खातिर हिंदू धर्म अपना लिया। लड़की की जाति के आधार पर अपना नाम बदला और मंदिर में धूमधाम से हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह रचाया।
गाडरवारा के ग्रामीण अंचल चीचली के निवासी फैजल खान (23 ) का दिल आमगांव बड़ा निवासी सोनाली राय (21) पर आ गया। करीब 6 महीने तक दोनों में प्रेम प्यार परवान चढ़ता रहा।
बीते दिन 15 जून शुक्रवार को दोनों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार विवाह रचा लिया। इसके पहले उन्होंने नरसिंह भवन कलेक्ट्रेट में कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन भी दिया।
फैजल ने दरअसल फिर हिंदू धर्म अपनाया है बताया जाता है कि उसके पिता का नाम पहले पूरन लाल मेहरा था और फिर उन्होंने इस्लाम अपना लिया था।
नरसिंहपुर में 23 साल का फ़ाज़िल 21 साल की सोनाली राय से अपने प्रेम के लिए हिन्दू बनकर अमन सिंह हो गया। इस दौरान राम मंदिर के पुजारी भी मौजूद रहे। दोनों प्रेमी मजदूरी करते हैं। यहां तीन गवाहों में दो हिन्दू थे और एक मुसलमान। फैजान कहते हैं कि वे सोनाली से प्रेम करते हैं और इसके… pic.twitter.com/9x0sj1PVFc
— Deshgaon (@DeshgaonNews) June 16, 2023
विवाह अधिकारी ने विशेष विवाह अधिनियम 1954 के तहत एक निश्चित समय के बाद आपत्ती आदि को लेकर आवेदन सूचना पटल पर चस्पा किया तो लोगों का ध्यान गया।
इनके प्यार की कहानी कुछ यह है कि आमगांव बड़ा निवासी सोनाली अपने किसी रिश्तेदार के यहां 6 – 7 महीने पहले गाडरवारा के समीप ग्राम बारहा गई थी। वहां उसकी नज़रें फैजल खान से मिल गई। दोनों में दोस्ती हुई, प्यार बढ़ा और फिर वह इस मुकाम पर आ गया कि दोनों ने एक दूसरे का हाथ थामने का वादा कर लिया।
शुरुआती दौर पर फैजल सोनाली से निकाह करना चाहता था लेकिन विवाह अधिकारी के दफ्तर से सूचना सार्वजनिक होने पर कुछ लोगों की आपत्ति पर उसने प्यार को पाने की खातिर हिंदू धर्म अपनाया और फैजल खान से अमन राय बन गया। लड़की ने शपथ पत्र देकर कहा कि उसकी सनातन धर्म में रुचि है इसीलिए उसने यह कदम उठाया है।
फैजल ने बीते रोज सोनाली राय से करेली के राम मंदिर में वैदिक रीति रिवाज से विवाह रचा लिया। इस मौके पर हिंदू समुदाय के दो गवाह भी मौजूद रहे।
मां खुश तो पिता ने कहा – मेरे लिए मर गई
इस मामले में लड़की सोनाली की मां से जब चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि अब खुश ही हैं जो होना था वह हो गया, लेकिन पिता नाराज हैं। कहते हैं कि अब उससे मुझे कोई मतलब नहीं। मेरे लिए वह मर गई। राय की दो संताने हैं, सोनाली कक्षा दसवीं तक पढ़ी है।