गुना। मध्यप्रदेश में अपराधियों व माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और सरकार-पुलिस इनके सामने असहाय नजर आ रही है। गुरुवार को विदिशा-गुना बॉर्डर पर सागौन लकड़ी तस्करों ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया जिसमें तीन कांस्टेबल घायल हो गए।
इन तस्करों ने वन विभाग की गाड़ियां भी तोड़ दीं। स्थिति इतनी भयावह थी कि वनकर्मियों को वहां से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी जबकि सागौन लकड़ी के तस्कर गुना के तरफ चले गए।
जानकारी के मुताबिक, विदिशा वन विभाग की टीम गुरुवार सुबह करीब पांच बजे सागौन तस्करों का पीछा कर रही थी। भागते हुए तस्कर गुना जिले की सीमा के पास पहुंच गए।
यहां लटेरी के आगे मधुसूदनगढ़ रोड पर वन विभाग और तस्करों में भिड़ंत हो गयी। तस्करों ने टीम पर पत्थरों से हमला कर दिया जिसमें तीन आरक्षक घायल हो गए।
तस्करों ने जाते-जाते वन विभाग की गाड़ियां भी फोड़ दी जिसके बाद वनकर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई। तस्करों को भगाने के लिए वन विभाग की टीम को हवाई फायर भी करना पड़ा।
इसके बाद तस्कर गुना की सीमा में मधुसूदनगढ़ इलाके में प्रवेश कर गए और उनकी पत्थरबाजी में घायल हुए आरक्षकों को साथी वनकर्मी अस्पताल लेकर आए।
डीएफओ सर्वेश सोनवानी ने जानकारी देते हुए बताया कि
विदिशा वन विभाग की टीम सागौन तस्करों का पीछा कर रही थी। इसी दौरान तस्करों ने पथराव कर दिया। इसके बाद वह गुना की सीमा में प्रवेश कर गए। विदिशा वन विभाग से सूचना मिली तो गुना पुलिस और वन विभाग की टीमें भी सुबह लगभग 5:30 बजे के आसपास तस्करों की घेराबंदी के लिए पहुंची। हालांकि, तस्कर सागौन से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर भाग गए जिन्हें जब्त कर लिया गया है। फिलहाल, तस्करों की पहचान नहीं हो पाई है।