इंदौर। दिल्ली के जंतर मंतर से हटाए गए पहलवानों को अब देशभर में सर्मथन मिल रहा है। मप्र में भी इन पहलवानों को सर्मथन मिलना शुरु हो रहा है।
इंदौर में रीगल चौहारे पर कई युवा जुटे और उन्होंने हाथों में मोमबत्ती लेकर पहलवानों के प्रति अपना सर्मथन जताया और उनके सर्मथन में नारे लगाए।
अब ऐसे ही प्रदर्शन प्रदेश भर में देखने को मिल सकते हैं। ओबीसी महासभा ने इसके लिए तैयारी कर ली है। महासभा के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधे जाट ने बताया कि
अब हर जिले में ओबीसी महासभा की ओर से इस तरह के प्रदर्शन होंगे ताकि देश का नाम रोशन करने वाले इन पहलवानों को यह महसूस न हो कि अन्याय के खिलाफ उन्हें अपने ही देश के नागरिकों का साथ नहीं मिला। जो कुछ भी इन पहलवानों के साथ हो रहा है वह यह बताने के लिए काफी है कि हमारे देश में किस तरह से सत्ता चलाई जा रही है। इन प्रदर्शनों में युवाओं की भूमिका अहम होगी और इनमें बेरोजगार युवा भी शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि राधे जाट प्रदेश में बेरोजगारी को मुद्दा बनाने वाले संगठन नेशनल एज्युकेटेड यूथ यूनियन के संस्थापक सदस्यों में हैं। पिछले करीब एक साल के समय में ही इस संगठन ने प्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए कई प्रदर्शन और आंदोलन किए। ऐसे में बड़ी संख्या में युवा इस संगठन से जुड़े हुए हैं।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग और केंद्र सरकार का विरोध कर रहे भारत के अंतराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों के लिए इंदौर के युवाओं ने शहर के रीगल चौराहे पर मोमबत्ती जलाकर अपना समर्थन जताया।@SakshiMalik @BajrangPunia @NEYU4INDIA @BJP4India#Indore pic.twitter.com/eMAZ4795iY
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 30, 2023
ज्ञात हो कि मंगलवार को ही पहलवानों ने अपने मेडल हरिद्वार जाकर गंगा में फेंकने का फैसला किया था लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रोका और पांच दिन का समय मांगा।
उनका कहना था कि पांच दिनों के अंदर वे इस मामले में सरकार से कुछ करवाएंगे। इस मुद्दे पर खाप पंचायतें भी सक्रिय हैं और भाजपा के नेता और केंद्र सरकार के मंत्री भी इसे लेकर कुछ खास नहीं कह पा रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी गर्मा सकता है।