भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन में रविवार की शाम आई तेज आंधी से महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। अब इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रोटियां सेंकनी शुरू कर दी हैं।
प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन कलेक्टर और कमिश्नर से फोन पर बात कर महाकाल लोक में हुए नुकसान का जायजा लिया और मामले में कुछ निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।
दूसरी तरफ, पूर्व सीएम व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार की जांच के लिए कांग्रेस के 7 नेताओं की टीम बनाई है। इसके साथ ही कमलनाथ ने सीएम शिवराज से मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की है।
महाकाल लोक में मूर्तियों को हुए नुकसान के संबंध में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं की 7 सदस्यीय समिति बनाई है जिसमें सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल और केके मिश्रा शामिल हैं।
ये नेता अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मीडिया के सामने भी रखेंगे। कमलनाथ ने ट्वीट कर महाकाल लोक के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।
बता दें कि 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था।
यहां भगवान शिव समेत अन्य देवी-देवताओं की 190 से अधिक विशाल मूर्तियां लगाई गई हैं। महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण पर 310 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसके बाद 778 करोड़ की लागत से दूसरे चरण का काम शुरू हुआ। इसके तहत महाकाल लोक परिसर का विस्तार और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।