नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को बलपूर्वक वहां से हटा दिया है और धरना स्थल को पूरी तरह से खाली करा लिया है। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया।
संसद के उद्घाटन के मौके पर जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवान संसद तक विरोध मार्च निकाल रहे थे जहां उन्हें पुलिस ने कुछ इस तरीके से रोका। कई पहलवानों पर पुलिस जवान बल प्रयोग करते नजर आए। साक्षी मालिक सहित कुछ पहलवानों को हिरासत में लिया गया है।#WrestlerProtest… pic.twitter.com/IPsKebTugy
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 28, 2023
रविवार को यहां महिला सम्मान महापंचायत का आयोजन किया गया था और सुबह यह पहलवान अपना विरोध जताने के लिए एक शांति मार्च के साथ नई संसद की ओर जा रहे थे, जहां इन्हें पुलिस ने रोका। इस दौरान पहलवानों पर पुलिस की खासी सख्ती देखने को मिली। यहां पुलिस ने साक्षी मलिक सरीखे कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया। जिन्हें हिरासत में लिया गया है उनमें अंतर्रष्ट्रीय मेडल जीतने वाले कई खिलाड़ी हैं।
साक्षी मलिक ने कहा- लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.
विनेश फोगाट ने भी ऐसा ही कुछ कहा है.
सुना जाए.https://t.co/2m9uQf6wqm
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) May 28, 2023
इसके साथ ही जंतर-मंतर पर पहलवानों के लिए बनाए गए टेंट और अन्य सामान को भी पुलिस ने तितर-बितर कर दिया और जंतर-मंतर को साफ करवा दिया।
पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है, लेकिन बेटियों की चीख आज हुक्मरानों को नहीं सुनाई दी। हमारी बेटियों को हिरासत से छोड़ने और न्याय मिलने तक किसान गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे। @ANI @PTI_News pic.twitter.com/FMe1WZJp5B
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) May 28, 2023
विरोध, एक राष्ट्र विरोधी काम!
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने कहा कि पहलवानों को हमने पहले कहा था कि आज कोई राष्ट्रविरोधी काम न करें, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी। हमने सभी को डिटेन कर लिया है और जंतर मंतर खाली करा दिया है।
यौन उत्पीडन का आरोपी खुला घूम रहा
यह पहलवान पिछले 1 महीने से भी ज्यादा समय से जंतर मंतर पर धरना दे रहे थे। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इनकी काफी विरोध के बावजूद सरकार ने इसे लेकर कोई खास कार्रवाई नहीं की जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद बृजभूषण पर एफ आई आर दर्ज की गई। पहलवानों की मांग है कि आरोपी से दूसरे आरोपियों की तरह ही व्यवहार किया जाए और उसे गिरफ्तार किया जाए।