सागर। सागर रोड पर नरेन नदी के पास तकरीबन 20 महिलाओं से भरा एक लोडिंग वाहन सामने से आ रहे ट्रक को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गया जिससे इस हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई जबकि चालक सहित लगभग दो दर्जन घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार की सुबह लोडिंग वाहन में क्षमता से ज्यादा संख्या में सवार महिलाएं खुरई से जरुआखेड़ा के जंगल में बीड़ी पत्तियां तोड़ने के लिए जा रही थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस सड़क हादसे में संध्या (30 वर्ष) पति मुकेश अहिरवार निवासी अब्दुल कलाम वार्ड खुरई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि लाडली बाई (50 वर्ष) निवासी रेंगुआ की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि हादसे में 22 महिलाएं और वाहन चालक भी घायल हो गया। गंभीर रूप से घायल 6 महिलाओं को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि लोडिंग वाहन में क्षमता से ज्यादा महिलाएं भरी हुई थीं। वाहन पलटने के बाद वहां पर चीख-पुकार मच गई। बड़ी संख्या में महिलाएं सड़क पर ही घायल अवस्था में पड़ी हुई थीं। दुर्घटना की सूचना मिलने पर पर 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची।
दुर्घटना की शिकार हुईं कुछ महिलाओं ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि
वह रोजाना बीड़ी बनाने के लिए पत्ती तोड़ने के लिए जरुआखेड़ा के जंगल में जाती हैं। सुबह 5 बजे घर से तैयार होकर निकल जाती है और जंगल से पत्ती तोड़कर वापस आती है। आज भी लोडिंग वाहन में 20 से ज्यादा महिलाएं पत्ती तोड़ने के लिए जा रही थी तभी लोडिंग वाहन पलट गया जिसमें सवार सभी महिलाएं घायल हो गईं।
लोडिंग वाहन ड्राइवर आकाश (22 वर्ष) पिता सुदामा विश्वकर्मा निवासी अब्दुल कलाम वार्ड खुरई ने बताया कि
उसके वार्ड की कुछ महिलाओं ने जरुआखेड़ा के जंगल ले जाने के लिए कहा था। उन महिलाओं को ले जाते समय रास्ते में ही कुछ और महिलाएं वहीं जाने के लिए बैठ गईं। नरेन नदी के पास सामने से तेजी से आ रहे ट्रक से बचने के चक्कर में लोडिंग वाहन सड़क किनारे पलट गया।