धार। रबी का सीजन पास आने वाला है और इसके लिए प्रशासन द्वारा दिन-रात सोसाइटियों के माध्यम से किसानों को खाद उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है ताकि बाद में किसानों को खाद के लिए परेशान नहीं होना पड़े।
जिला कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के मार्गदर्शन में उप संचालक द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों, विपणन संघ तथा खाद कंपनियों के अधिकारियों से सतत समन्वय करते हुए जिले की सहकारी समितियों के 94 खाद केंद्रों तथा 16 खाद उपकेंद्रों एवं विपणन संघ के सभी डबल लॉक केंद्रों में पर्याप्त मात्रा मे खाद का भंडारण कराया गया है।
जिले की सहकारी समितियों के खाद केंद्रों तथा उपकेंद्रों में कुल 29500 मीट्रिक टन खाद भंडारण हेतु गोदाम उपलब्ध है। खरीफ सीजन हेतु शासन से सहकारी समितियों में 47890 मीट्रिक टन खाद भंडारण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।
इस निर्धारित भंडारण टारगेट के खिलाफ सहकारी समितियों मे 27928 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध कराया गया है, लेकिन उसमें से किसानों के द्वारा अभी तक मात्र 10946 मीट्रिक टन खाद का ही उठाव किया गया है, जबकि शासन के द्वारा उक्त अवधि में किसानों के द्वारा खाद उठाव का 35532 मीट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था।
किसानों के द्वारा अग्रिम खाद उठाव में शासन की मंशा अनुरूप रूचि नहीं ली जा रही है। इस कारण अब सहकारी समितियों के गोदामों में और खाद रखने की जगह उपलब्ध नहीं है। किसानों के द्वारा सहकारी समितियों से खाद का अग्रिम उठाव नहीं किया जाता है तो सीजन मे खाद की आपूर्ति बाधित होगी क्योंकि इस वर्ष नियमित कृषकों के साथ-साथ मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना से 30778 लाभान्वित होने वाले कृषकों को भी सहकारी समितियों के माध्यम से खाद का वितरण किया जाना है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के महाप्रबंधक पीएस धनवाल का कहना है कि जिले के किसानों को यह बात समझना चाहिए कि जिले को निकटतम रेल रैक पॉइंट रतलाम, उज्जैन व इंदौर से ही खाद की आपूर्ति होती है। सीजन चालू होने पर पहले इन जिलों की पूर्ति करने के बाद ही इन रेल रैक पॉइंट से धार जिले को खाद उपलब्ध हो पाती है जिस कारण सीजन में धार जिले को रेल रैक पॉइंट से मांग अनुरूप खाद प्राप्त होने में दिक्कतें होती हैं।
महाप्रबंधक द्वारा यह भी बताया गया कि शासन की अग्रिम खाद भंडारण योजना के तहत समितियों को विपणन संघ के द्वारा 31 मई 2023 तक बिना ब्याज के खाद उपलब्ध कराया जायेगा जिसकी राशि 60 से 65 करोड़ रुपये के लगभग विपणन संघ बैंक के द्वारा समितियों को स्वीकृति साख सीमा खाते से 1 जून 2023 को भुगतान की जाना होगी।
इसके बाद समितियों को इस राशि पर जब तक ब्याज वहन करना पड़ेगा जब तक किसान समितियों से खाद का ऋण के रूप मे उठाव नहीं कर लेते जबकि किसानों के द्वारा सहकारी समितियों से अभी खाद उठा ली जाती है तो शासन की शून्य प्रतिशत ब्याज योजना अंतर्गत उन्हें ब्याज नहीं लगता है।
इस कारण जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्रशासक एवं महाप्रबंधक के द्वारा किसानों से अपील की गई है कि वह सहकारी समितियों से तत्काल खाद का उठाव कर बाद की परेशानियों से बचें।