इंदौर। गुरुवार को महू के शासकीय अस्पताल में संपन्न हुए बाल हृदय रोग जांच शिविर में चौकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। इस शिविर में 86 बच्चों की दिल की जांच की गई जिसमें से 19 बच्चों के दिल में छेद जैसी गंभीर बीमारी पाई गईं।
डॉक्टरों के मुताबिक ये काफी चिंता का विषय है। इस शिविर में जांच कराने आए 17 बच्चों को निगरानी में रखा गया है। इस शिविर में चयनित 19 बच्चों का ऑपरेशन सरकार द्वारा निःशुल्क कराया जाएगा।
गुरुवार को शासकीय डॉक्टर भीमराव आंबेडकर अस्पताल में शिशु हृदय रोग जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में पालक अपने बच्चों को लेकर पहुंचे।
शिविर दोपहर 2 बजे तक चले। इस शिविर में 86 बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया गया व उनकी जांच की गई। इन बच्चों में से 19 बच्चे ऐसे निकले जिनके दिल में छेद या गंभीर बीमारी पाई गई।
इन 19 बच्चों का ऑपरेशन किया जाएगा। एक बच्चे के ऑपरेशन पर 75 हजार रूपये से लेकर करीब तीन लाख रूपये तक खर्च होंगे। यह खर्च राज्य शासन वहन करेगी व इन बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन कराया जाएगा।
शिविर में 17 ऐसे बच्चों का भी चयन किया गया जिन्हें गंभीर दिल की बीमारी है। इन बच्चों को निगरानी में रखा गया है जिन पर सतत निगरानी रख कर जांच की जाएगी व उपचार किया जाएगा।
महू तहसील में आयोजित इस शिविर में एक ही दिन में 19 बच्चों को इतनी गंभीर बीमारी का होना आश्चर्य का विषय है। शिविर में जांच करने आए डॉक्टरों का कहना है कि यह एक गंभीर बीमारी है जिस पर काफी खर्च आता है। यह बीमारी जन्मजात पैदाइशी होती है जिसमें लक्षण के रूप में सिर्फ यही दिखता है कि बच्चे कमजोर रहते हैं, जल्दी थक जाते हैं, भूख नहीं लगती व सांस लेने में तकलीफ होती है। लेकिन उचित जांच करने के बाद ही पता चलता है कि उनके दिल में छेद है।
इन बच्चों के ऑपरेशन जून माह में किए जाएंगे। शिविर में डॉ. अंशुल सक्सेना, डॉ. महेंद्र जामके, डॉक्टर श्रद्धा जैन, डॉक्टर जोसेफ, डॉ. अनिल विश्वकर्मा के साथ अरविंदो हॉस्पिटल इंदौर तथा विशेष जूपिटर हॉस्पिटल इंदौर की टीम मौजूद थी।