धार। सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलवाने के नाम पर तिरला के ग्रामीण अंचल के युवाओं से ठगी का मामला सामने आया है। अब परेशान युवकों ने पुलिस के पास मामला दर्ज करवाया है।
युवकों ने संयुक्त आवेदन देकर नौगांव थाने में शिकायत की थी। शिकायती आवेदन की जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
नौगांव के एक युवक ने सिक्योरिटी गार्ड के रूप में नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओं से बैंक खाते में रुपये डलवाए और झांसे में आकर युवाओं ने रुपये भी डाल दिए, लेकिन इसके बाद भी उन्हें न नौकरी मिली और न ही दिए गए रुपये वापस मिले।
नौगांव पुलिस ने फरियादी सोहन उम्र 36 वर्ष पिता मूलचंद मेड़ा निवासी बोरी की रिपोर्ट पर आरोपी नितिन चौहान निवासी बंदीछोड़ मार्ग नौगांव के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है।
दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि सिक्योरेटी गार्ड की नौकरी लगवाने के नाम पर वे आरोपी नितिन से मिले थे। पहले आरोपी ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर 3-3 हजार रुपये लिए, इसके बाद भी आरोपी ने नौकरी नहीं लगवाई। जब बेरोजगारों ने जमा की गई राशि मांगी तो आरोपी ने रुपये नहीं लौटाए। आरोपी नितिन ने करीब 70 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है।
ग्राम बोरी निवासी सोहन पिता मूलचंद ने बताया कि
शहर के हटवाड़ा स्थित वाइन शॉप के समीप आरोपी नितिन चौहान से परिचय हुआ था। आरोपी ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलवाने व सैलरी 15 हजार रुपये होने की बात बताई थी। इसके बाद सोहन ने ग्राम लोहारी में स्थित फोटोकॉपी की दुकान से 1 नवंबर को आरोपी के मोबाइल नंबर पर रुपयों का भुगतान किया था। इसी तरह से अलग-अलग क्षेत्रों के 18 बेरोजगारों ने भी आरोपी के खाते में रुपये डाले थे, लेकिन किसी भी बेरोजगार की नौकरी अभी तक नहीं लगी है।
पुलिस को आशंका और हो सकते हैं ठगी के शिकार युवा –
आरोपी नितिन ने बेरोजगार युवकों के दस्तावेज भी लिए थे। हालांकि पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने इस तरह से अन्य बेरोजगारों से भी रुयेए नौकरी के नाम पर लिए होंगे। ऐसे में पुलिस की जांच में धोखाधड़ी की राशि सहित पीड़ित लोग भी बढ़ सकते हैं।
नौगांव टीआई भागचंद्र तंवर ने कहा कि
नौकरी लगवाने के नाम पर कुछ लोगों से रुपये खाते में डलवाए गए हैं, आवेदन के आधार पर प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई है।