नई दिल्ली। एम्स में अब मरीजों के लिए किसी भी डिपार्टमेंट को खोजना बेहद आसान होने वाला है। दरअसल, इस क्रम में एम्स ने नायाब तरीका अपनाया है जो एम्स आने वाले मरीजों को एक विभाग से दूसरे विभाग ले जाने में बड़ी सहूलियत प्रदान करेगा। इसके लिए एम्स अपना एक एप बना रहा है।
एप में नेविगेशन का फीचर होगा जिसकी मदद से मरीजों या तीमारदारों को अस्पताल के विभिन्न डिपार्टमेंट ढूंढने में आसानी होगी। इस एप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एप मोबाइल नेटवर्क के बिना भी काम करेगा।
कैसे काम करेगा यह एप ?
इस एप के बारे में एम्स की प्रवक्ता डॉक्टर रीमा दादा ने बताया कि करीब 25 से 30 हजार मरीज जो हमारे यहां आते हैं तो उनको कई बार कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वे एम्स की बिल्डिंग में ही खो जाते हैं। ऐसे में अब उनकी मदद के लिए इंट्रा नेविगेशन सिस्टम एप तैयार किया जा रहा है। यह इंडिजिनसली डेवलप होगा। इसका जो भी डाटा होगा उसे हमारे अपने भारतीय सर्वर में ही सुरक्षित रखा जाएगा।
मरीजों के लिए कितना सहायक ?
एप का मुख्य काम बताते हुए डॉक्टर रीमा दादा ने कहा मान लें कि यदि कोई मरीज सर्जरी ब्लॉक में खड़ा है और उसे रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट जाना है तो वो वहीं खड़ा होकर उस एप को यूज कर सकता है और अपने फोन से एक्सेस कर सकता है। इससे मरीज को रियल टाइम में डायरेक्शन मिलेगी। एप पर जानकारी हिंदी और अंग्रेजी में प्राप्त होगी। यह एप बहुत यूजर फ्रेंडली होगा।
अब पेशेंट का समय नहीं होगा बर्बाद
एम्स अस्पताल बहुत बड़ा है। ऐसी स्थिति में कई पेशेंट अपना पूरा-पूरा दिन यहां खपा देने के बावजूद सुविधा पाने से वंचित रह जाते हैं। दरअसल, जब तक वे अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं कई बार तब तक बहुत देर हो जाती है। ऐसे में एम्स के इस एप से बहुत सुविधा मिलने वाली है और मरीजों और तीमारदारों के समय की काफी बचत भी होने वाली है।