धार। शहर में बढ़ते सड़क हादसों की रोकथाम के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण वर्ल्ड बैंक की मदद से शहर के बड़े और छोटे ब्लैक स्पॉट को सुधारने के लिए सड़क निर्माण एजेंसी, पुलिस और राजस्व की संयुक्त पहल पर काम किया जा रहा है।
इसके साथ ही ट्रैफिक लोड कम करने के लिए भी नए स्ट्रक्चर तैयार किए जा रहे हैं, जिससे भविष्य में बढ़ते ट्रैफिक लोड के कारण हादसों की स्थिति में कमी लाई जा सके। इसके तहत धार शहर से गुजरने वाले हेवी ट्रैफिक लोड को कंट्रोल करने के लिए नया बायपास बनाने के लिए काम शुरू किया गया है।
यह बायपास इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग से नागदा-गुजरी रोड को जोड़ेगा। इसका निर्माण जैतपुरा के निकट जामंदा फाटे से हो रहा है, जो मांडू रोड पर धरावरा फाटे पर जाकर मिलाने की योजना है।
लोक निर्माण विभाग धार द्वारा इसका निर्माण शुरू करवा दिया गया है। 6 किमी लंबे बायपास का निर्माण 10 करोड़ रुपये की लागत से होना है। इसके लिए काम जारी है।
6 गांवों से गुजरेगा बायपास –
पीडब्ल्यूडी द्वारा तैयार करवाया जा रहा बायपास 6 गांवों से होकर गुजरेगा जिसमें जैतपुरा, उतरसी, जामंदा, देलमी, तुर्कबगड़ी व धरावरा भी शामिल है। इस बायपास के निर्माण के लिए इन 6 गांवों के किसानों की जमीन भी अधिगृहित की गई है।
अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी कर ली गई है और इसके साथ ही सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि 11 माह में बायपास का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
7 मीटर चौड़ा होगा बायपास –
बायपास का निर्माण पीडब्ल्यूडी की तरफ से शुरू कर दिया गया है। इस बायपास के तहत 7 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाना है इसलिए पहले बेस तैयार करने के लिए निर्माण एजेंसी काम कर रही है।
जामंदा फाटे के सामने से सड़क निर्माण के लिए रास्ता तैयार कर बेस बनाया जा रहा है। इस 6 किमी लंबे बायपास पर 6 पुलिया भी बनाई जानी है। इसके लिए भी काम किया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी एसडीओ भास्कर मालवीय ने बताया कि बायपास निर्माण के लिए काम किया जा रहा है। समयावधि में निर्माण करने का लक्ष्य है। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द सड़क का निर्माण पूरा कर लिया जाए।
शहर में लोड होगा कम –
वर्तमान में नागदा-गुजरी स्टेट हाईवे धार शहर के बीचोंबीच से होकर गुजर रहा है। इस कारण बढ़े वाहनों की आवाजाही दिनभर बनी रहती है। निमाड़ और महाराष्ट्र जाने वाले वाहनों की आवाजाही इसी मार्ग से होती है।
ऐसे में शहर के घोड़ा चौपाटी से मांडू रोड तक दिनभर वाहनों की आवाजाही देखने को मिलती है, लेकिन इस बायपास का निर्माण होने के बाद सीधे फोरलेन से ट्रैफिक डायवर्ट होगा।
वाहनों को शहर में आने से निजात मिलेगी। इससे शहर में भी ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा। हालांकि इससे शहर के व्यावसाय से जरूर असर पड़ेगा।
21 किसानों की 14 बीघा जमीन जाएगी रोड में –
इस बायपास के निर्माण के लिए 21 किसानों से जमीन अधिगृहित की गई है। कुल 14 बीघा जमीन सड़क निर्माण के लिए अधिगृहित गई है। इनमें जैतपुरा के 3, देलमी के 1, उतरसी के 9 व तुर्कबगड़ी के 2 किसानों की जमीन को शासन की तरफ से अधिगृहित किया गया है। साथ ही इन किसानों को मुआवजा वितरण किया गया है।
ट्रैफिक होगा कम –
लंबे समय से बाईपास की मांग चल रही थी। बाईपास बनने से शहर में ट्रैफिक कम होगा। भारी वाहन शहर के बाहर से गुजरेंगे जिससे शहर में बड़े वाहनों का यातायात कम होगा व शहर में दुर्घटना पर भी लगाम लगेगा। – जयदेव गौतम, ईई, पीडब्ल्यूडी, धार
यातायात होगा सुगम –
माननीय मुख्यमंत्री जी से हमने मांग की थी। उन्होंने हमारी मांग को स्वीकार किया। इसके लिए धन्यवाद। शहर में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए बायपास की आवश्यकता थी। इसके बनने से शहर का यातायात सुगम होगा व आने-जाने वाले राहगीरों को सुविधाएं मिलेंगी – नीना विक्रम वर्मा, विधायक, धार