नरसिंहपुर। शक्कर नदी पर बांध बनाने का काम अडानी की कंपनी करेगी। शक्कर और दूधी नदी पर बांध बनाने के लिए सर्वेक्षण का कार्य शुरू हो चुका है।
शक्कर नदी पर डैम बनने से चीचली और साईं खेड़ा ब्लॉक की करीब 60 हज़ार हेक्टेयर से अधिक खेतीबाड़ी को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी जबकि पड़ोसी जिले छिंदवाड़ा की 35 हजार से ज्यादा हेक्टेयर जमीन को सिंचाई का लाभ मिल सकेगा।
चिनकी में नर्मदा में बैराज बांध के निर्माण कार्य में तेजी आई है तो दूसरी तरफ, नर्मदा की एक और सहायक नदी शक्कर पर भी बांध के निर्माण कार्य के लिए सर्वेक्षण शुरू हो चुका है।
जानकारी के मुताबिक, गौतम अडानी की कंपनी शक्कर नदी पर डैम बनाएगी। गाडरवारा के सुदूर पहाड़ी गांव हथनापुर में हग नदी के संगम के पास करीब 100 मीटर नीचे की तरफ इस बांध का निर्माण होगा।
यह दावा किया जा रहा है कि बांध बनने से छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर जिले की 95 हज़ार 839 हेक्टेयर जमीन को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। साईंखेड़ा और चीचली ब्लॉक को उससे लाभ मिलेगा।
दोनों विकासखंडों के 188 गांव की करीब 64 हज़ार हेक्टेयर जमीन व खेती-बाड़ी को सिंचाई मिलेगी जबकि 35 हज़ार 849 हेक्टेयर जमीन छिंदवाड़ा जिले की होगी जहां उसे सिंचाई मिल सकेगी।
शक्कर पेंच संयुक्त परियोजना के तहत बांध के निर्माण के लिए 3824.43 करोड़ रुपये की टेंडर कीमत है। आने वाले पांच सालों में यह बांध बनाए जाने का दावा किया जा रहा है।
दूधी नदी पर भी बनेगा बांध –
नरसिंहपुर जिले की एक और नदी दूधी पर बांध का निर्माण बनखेड़ी के पास धड़ापाव गांव के नजदीक होगा। दूधी नदी से 55 हज़ार 410 हेक्टेयर में सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। इस डैम से नरसिंहपुर को तो नहीं अपितु होशंगाबाद छिंदवाड़ा जिले को सिंचाई सुविधा मिलेगी।
होशंगाबाद क्षेत्र में 37 हज़ार 410 हेक्टेयर क्षेत्र में एवं छिंदवाड़ा में 25 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लाभ किसानों को मिलेगा। यहां कुल 55 हज़ार 410 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
दूधी नदी में बांध का निर्माण महाराष्ट्र कोल्हापुर की एक कंपनी लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन के जरिये कराया जाएगा।
शक्कर नदी पर निर्माणाधीन बांध के लिए एक नजर
- बांध की लागत – 3824.43 करोड़
- बांध की ऊंचाई – 95.40 मी.
- बांध की लंबाई – 384.43 मी.
- भंडारण की क्षमता – 445.73 मिलियन क्यूबिक मीटर
- डूब में आने वाली जमीन – 867 हेक्टेयर