धार। ग्राम श्यामपुरा ठाकुर में तीन बच्चों की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने उन बच्चों की मां को हिरासत में लिया है। महिला ने पुलिस को बताया कि हवा ने कहा था कि तुझे और तेरी बच्चियों को ले जाएंगे इसलिए बच्चियों को कुएं में फेंक दिया था।
दरअसल मंगलवार रात में ग्राम श्यामपुरा ठाकुर में तीन मासूम बच्चियों के शव कुएं में मिले थे जिसमें से एक बच्ची का शव कुएं के नजदीक मिला था जबकि दो बच्चियों के शव कुएं में तैरते मिले थे।
बच्चियों के साथ उनकी मां लापता थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देर रात तक पूरे कुएं को खाली कराकर लापता मां की आत्महत्या मामले के हिसाब से खोजबीन की, लेकिन महिला का पता नहीं चल पाया।
बच्चियों की लापता मां ग्राम टांडाखेड़ा से सुबह में मिल गई जिसे सरदारपुर एसडीओपी रामसिंह मेडा सहित पुलिस बल ने हिरासत में लिया। सुबह मृत बच्चियों का धार में पोस्टमार्टम के बाद तीनों के शव परिजनों के सुपुर्द किए गए।
सरदारपुर एसडीओपी रामसिंह मेड़ा ने बताया कि महिला रंजना बाई पति जीवन बामनिया ने खुद पर किसी भूत-प्रेत का साया होना बताया। मंगलवार की दोपहर भी महिला किसी जानकार के पास गई थी।
वहां से वापस आने के बाद महिला अपने घर के पास ही एक कुएं पर तीनों बच्चियों को लेकर गई थी। महिला ने मंगलवार करीब साढे तीन बजे के बाद उसी कुएं में अपनी बच्चियों को डाल दिया था।
हवा ने कहा कि तुझे और तेरी बच्चियों को ले जाएंगे –
एसडीओपी रामसिंह मेड़ा ने बताया कि महिला का कहना है कि उसे हवा आई और हवा ने कहा कि तुझे हम ले जाएंगे और तेरी बच्चियों को भी ले जाएंगे। उसी हवा के चक्कर में तीनों बच्चियों को कुएं में डाल दिया तथा महिला खुद भी कूद गई।
जब महिला खुद कूदी तो उसको लगा कि उसकी बच्चियां मर जायेंगी। महिला ने अपनी बच्चियों को निकालने की कोशिश की तथा एक बच्ची को निकाल लिया तथा दो बच्चियां कुएं में डूब गईं।
पुलिस को देखकर छुप गई महिला –
महिला परिवारवालों के डर से जंगल में चली गई तथा एक कुएं में रात भर छुपी रही। सुबह घटनास्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर टांडाखेड़ा क्षेत्र में ग्रामीणों को दिखी।
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचकर महिला को हिरासत में लिया गया। एसडीओपी ने बताया कि पुलिस को देखकर महिला घास में छुप गई थी। महिला ने बताया कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।
एक ही चिता पर हुआ तीनों बच्चियों का अंतिम संस्कार –
जानकारी के अनुसार महिला की शादी ग्राम खिलेडी के जीवन बामनिया से हुई थी। महिला कुछ समय से अपने पति के साथ अपने माता-पिता के यहां ग्राम श्यामपुरा ठाकुर में रह रही थी।
घटना में 6 वर्षीय अमृता, 4 वर्षीय ज्योति एवं 2 वर्षीय प्रीति की मौत हुई है। तीनों बच्चियों का धार में पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। तीनों बच्चियों का ग्राम खिलेड़ी में एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।