जबलपुर पुलिस में एएसआइ संतोष सेन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। दरअसल बीते 17 नवंबर को सुबह आठ बजे जबलपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर घुघरी गांव के पास एक मिनी ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। इस दौरान ट्रक में सवार मजदूर 30 से 35 मजदूर बुरी तरह घायल हो गए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाना शुरू किया। इन पुलिस वालों में एक थे एएसआइ संतोष सेन। सेन को जब अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिला तो उन्होंने घायल मजदूरों को अपनी पीठ पर लादकर वार्ड तक पहुंचाया। इसके बाद अन्य पुलिसकर्मी भी मजदूरों को कंधे पर लादते हुए वार्ड तक लेकर गए।
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संतोष सेन का कुछ साल पहले दाहिना हाथ खराब हो चुका है, इसके बाद भी उन्होंने घायलों की पीड़ा महसूस की और उन्हें वार्ड तक पहुंचाने में जी जान लगा दी। उनके इस मानवीय जज्बे की अब खूब सराहना हो रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस ख़बर की अखबारी कटिंग के साथ ट्वीट कर लिखा है -एएसआई संतोष सेन पर पूरे मध्यप्रदेश को गर्व है। संतोष जी युवा पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके जैसे लोग समाज को दिशा दिखाने का कार्य करते है। मैं उनके जज़्बे को प्रणाम करता हूँ, उन्हें शुभकामनाएँ देता हूँ और हार्दिक अभिनंदन करता हूँ।
संतोष सेन साल 2006 में नरसिंहपुर में गुंडे पवन यादव का एनकाउंटर करते हुए घायल हो गए थे। इस घटना में उनका दाहिना हाथ बुरी तरह फ्रेक्चर हो गया था।
हाथ के ठीक होने के बाद वह इससे लिख नहीं पाते थे। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और बाएं हाथ से लिखना और काम करना शुरू किया। वहीं, अब हाथ खराब होने के बाद भी मजदूरों को लादकर वार्ड तक पहुंचाने के लिए उनकी हर जगह तारीफ हो रही है।
वहीं, पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में उक्त सराहनीय कार्य हेतु पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर भगवत सिंह चैहान द्वारा पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) की उपस्थिति में मानवता की मिसाल पेश करने वाले थाना चरगवॉ में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक संतोष सेन, लेखराम पटेल, आरक्षक अशोक यादव, राजेश मेहरा, अंकित मेहरा के द्वारा किये गये जीवन रक्षक कर्तव्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये प्रत्येक को नगद एक-एक हजार रूपये के पुरूस्कार से पुरूस्कृत करते हुये प्रशंसा पत्र प्रदान किया।