नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के ताजा मामले डरावने हैं और लोगों में एक बार फिर से दहशत से पैदा कर रहे हैं। बीते 24 घंटे में 5335 नए मामले सामने आए हैं जबकि 13 लोगों की मौत हो गई।
बुधवार को 2826 लोग बीमारी से ठीक हुए हैं और फिलहाल देश में 25587 एक्टिव केस हैं। कोरोना संक्रमण में हर दिन इजाफा तेज हो गया है। फिलहाल पॉजिटिविटी रेट 3.32% है।
देश में मंगलवार को मिले 5,335 नए केस में से 3,730 सिर्फ 5 राज्यों में मिले हैं। इनमें केरल सबसे आगे हैं। यहां करीब 2 हजार नए केस मिले हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 569, दिल्ली में 509, हिमाचल प्रदेश में 389 और गुजरात में 351 केस सामने आए हैं।
साढ़े छह माह में पहली बार 5 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। इससे पहले 22 सितंबर को 5,383 मामले सामने आए थे।
मार्च में रोजाना औसतन एक हजार नए केस मिले थे जबकि अप्रैल में रोजाना औसतन चार हजार मामले आ रहे हैं। अगर संक्रमण दर यही रही तो अप्रैल में 1.20 लाख नए मामले आने की आशंका है। हालांकि रोजाना जिस हिसाब से नए केस बढ़ रहे हैं, उसके मुताबिक अप्रैल के कुल केस इससे ज्यादा हो सकते हैं।
देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच बुधवार को गवर्नमेंट इंपावर्ड ग्रुप वन की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में कोविड मैनेजमेंट को लेकर चर्चा की गई। अध्यक्षता डॉ. वीके पॉल ने की।
सरकार ने मई 2020 में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 6 इंपावर्ड ग्रुप बनाए थे। इनमें सरकार के 50 से ज्यादा सीनियर अधिकारी शामिल थे। मई 2021 में इन ग्रुप्स की संख्या बढ़ाकर 10 कर दी गई थी।
देश में 15 नवंबर के बाद से कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही थी। हर दिन 500 से कम होते हुए 30 जनवरी को सबसे कम 64 पर पहुंचे। फरवरी के अंत तक यही ट्रेंड जारी रहा जिसमें डेली केस 200 से 300 के बीच रहे। लेकिन, मार्च आते ही मामलों में अचानक तेजी आने लगी।
11 मार्च को 500 से ज्यादा मामले आए, 21 मार्च को मामले बढ़कर 1,100 से ज्यादा हो गए। 28 मार्च को 2 हजार से ज्यादा और 29 मार्च को 3 हजार से ज्यादा केस मिले। अब 4 अप्रैल को साढ़े 4 हजार के करीब मामले सामने आए हैं।