भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने सोमवार को व्यापमं व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय को ड्यूटी पर लापरवाही के आरोप में निलंबित किए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया।
डॉ. राय को बीते साल 7 अप्रैल को पदस्थापना स्थल इंदौर के हुकुमचंद अस्पताल में ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के मामले में निलंबित किया गया था और क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक ऑफिस रीवा में पदस्थ किया था।
हालांकि, निलंबन के बाद डॉ. राय ने रीजनल डायरेक्टर हेल्थ रीवा में ड्यूटी जॉइन नहीं की थी।
इससे पहले 29 मार्च को इंदौर में हुकुमचंद अस्पताल का निरीक्षण किए जाने के बाद दोपहर में उन्होंने उप संचालक स्वास्थ्य सेवा लीगल के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी।
सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा गया था कि
राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मुकेश सिंह को मुख्यमंत्री ने भोपाल से विशेष तौर पर सिर्फ मेरी वाइफ डॉ. गौरी राय के कर्तव्य स्थल सिविल डिस्पेंसरी रेडियो कॉलोनी भेजा। यह भारत सरकार लिखी हुई गाड़ी में पहुंचे, जो किसी कमलेश चौकसे के नाम पर पंजीकृत है। यहां से 3/4 घंटे की पड़ताल की, डिस्पेंसरी के सामने रेडियो कॉलोनी में लोगों से पूछा कि मैडम कब आती हैं। स्टाफ से बोला- मरीजों से शुल्क क्यों नहीं लेते, फ्री में क्यों देखते हो, फिर यह मेरे कर्तव्य स्थल पहुंचे और तीन घंटे पड़ताल की।
इतनी दूर से यह भैया जी ने इंदौर में कार्यरत 400 डॉक्टर्स में से मात्र हम दो लोगों की जांच की। इसे कहते हैं कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे। इन अधिकारियों को अगर यह लग रहा है कि मध्यप्रदेश में भाजपा की आजीवन सत्ता रहेगी, तो यह गलतफहमी में हैं। इन जैसे अधिकारियों का क्या होगा, जब प्रदेश का निजाम बदल जाएगा। हुकूमत बदल जाएगी, कम से कम अपना जमीर जिंदा रखो।