नई दिल्ली। राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता खत्म किए जाने के बाद कांग्रेस और विपक्ष सरकार से खासे नाराज़ हैं। इसे लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। सोमवार को विपक्षी सांसदों ने एक साथ आकर संसद में प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे और गांधी प्रतिमा के सामने सभी ने प्रदर्शन किया। इस दौरान सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहे। सभी सांसदों ने संसद के घेराव कर अपने अपना विरोध जताया। इस विरोध प्रदर्शन में तृणमूल कांग्रेस के दो सांसद भी शामिल हुए।
हम काले कपड़ों में क्यों आए हैं?
हम दिखाना चाहते हैं कि PM मोदी लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।
पहले स्वायत्त निकायों का खात्मा फिर चुनाव जीतने वालों को डराकर सरकार बना ली। जो नहीं झुके उनपर ED-CBI का इस्तेमाल किया।
: कांग्रेस अध्यक्ष, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge pic.twitter.com/Tp1P1Il13q
— Congress (@INCIndia) March 27, 2023
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेस के सर्मथन में आए तमाम विपक्षी दलों का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जो भी लोकतंत्र की रक्षा के लिए आगे आएगा कांग्रेस पार्टी उसका स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों के साथियों ने जोरदार तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया है। खरगे ने कहा है कि नियम के अनुसार दो साल से ज्यादा सज़ा होने पर किसी भी सांसद की सदस्यता रद्द की जा सकती है लेकिन राहुल को दो साल की ही सजा मिली है एक मिनिट भी ज्यादा नहीं ऐसे में उनकी सजा कैसे रद्द की जा सकती है। खरगे ने कहा कि अडानी और मोदी को लेकर राहुल लगातार सवाल उठाते रहे हैं और यही वजह है कि उनके साथ यह किया गया है।
अडानी महाघोटाले और मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन। pic.twitter.com/WSpWK7nEmO
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कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। अगर अडाणी की संपत्ति सिर्फ ढाई साल में बढ़ी है, तो इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? अगर उसके पास जादू है जो ऐसा कर सकता है, तो हम नागरिकों को भी यह पता चलना चाहिए। अगर जेपीसी का गठन होता है, तो हमें जादू के बारे में पता चलेगा और लोगों को भी सच का पता चलेगा।’
यहां कांग्रेसी सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ‘जिस तरह से राहुल गांधी की सदस्यता छीनी गई वह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। उन्हें अदालत में अपील करने का अधिकार है। कोर्ट ने उन्हें अपील करने के लिए 30 दिन का समय भी दिया था। फिर उनकी सदस्यता लेने की इतनी जल्दी क्या थी? हमारे देश के इतिहास में यह एक काला दिन है। जो हुआ वह अन्यायपूर्ण था। हम इसका विरोध करेंगे।’ इससे पहले कांग्रेस की बैठक में भी सभी नेताओं ने पार्टी की रणनीति पर बात की।