इंदौर। पिछले दिनों महू पुलिस की गोली से मौत का शिकार हुए आदिवासी युवक भेरूलाल के परिवार से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ महू में उसके गांव पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में आसपास के गांवों से आदिवासी नागरिक वहां मौजूद रहे। कमलनाथ के साथ नजदीकी इलाकों से विधायक बाला बच्चन और विजयलक्ष्मी साधो भी थी। इसके अलावा आदिवासी संगठनों के अनीता भी यहां मौजूद रहे।
पीड़ित परिवार से बात करते हुए कमलनाथ ने आश्वासन दिया कि परिवार को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि कांग्रेस पूरी तरह उनके साथ खड़ी हुई है।
कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार आदिवासियों के प्रति संवेदनशील नहीं है। यहां पर देश में लगातार उन पर जुल्म हो रहे हैं लेकिन सरकार अपने गुणगान गाए जा रही है।
पीड़ित परिवार से बात करती है कमलनाथ ने कहा कि जल्दी ही प्रदेश में कांग्रेस सरकार आएगी और वे इस स्थिति को ठीक करेंगे।
इसके बाद कमलनाथ मंडलेश्वर की ओर रवाना हो गए जहां उन्होंने मृतक युवती के परिजनों से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि 15 मार्च की रात को महू तहसील के बढ़गौंदा चौकी पर युवती की मौत के मामले में पथराव हुआ था। इस दौरान पुलिस ने गोलियां चलाएं जिसमें भेरूलाल की मौत हो गई और एक अन्य युवक घायल हो गया।
इससे पहले।
मामले में पुलिस ने जो एफ आई आर दर्ज की है उसमें मृतक युवक भेरूलाल को भी हत्या के प्रयास का आरोपी बनाया गया है इसके अलावा FIR में मृतक युवती की मां बाप का भी नाम है। इस तरह से एक भाजपा सरकार के नेता अपना पक्ष रखने में कमजोर दिखाई दे रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे लेकर खासा गुस्सा जताया है और अब वे शनिवार को महू और मंडलेश्वर पहुंच रहे हैं जहां वे पीड़ित परिवारों से बातचीत करेंगे।
आदिवासियों पर शिवराज ने की FIR,
— पहले सामूहिक दुष्कर्म और हत्या, फिर आवाज़ उठाने पर आदिवासी युवक की हत्या और अब पीड़ित आदिवासियों पर ही FIR.शिवराज जी,
जिस आदिवासी युवती की बलात्कार के बाद हत्या की गई , उसी की “माँ” और पिता एवं मृतक भेरूलाल पर ही FIR❓“वाह ! नेत्रहीन राजा” pic.twitter.com/wqWwmHzgts
— MP Congress (@INCMP) March 17, 2023
शुक्रवार सुबह भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी माधवपुरा गांव पहुंचे और मृतक भैरूलाल के परिजनों से मुलाकात की।
इसके अलावा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इंदौर कलेक्टर और ग्रामीण पुलिस के मुखिया को नोटिस जारी कर इस मामले में 3 दिन में जवाब पेश करने के लिए कहा है।
वहीं आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने भी इस मामले के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है। गुरुवार शाम उन्होंने पीड़ित परिवार के लोगों के साथ वीडियो चैट पर बातचीत की।
चंद्रशेखर के सहयोगी और पार्टी के प्रदेश प्रमुख सुनील अस्ते ने बताया कि वे जल्दी ही पीड़ित परिवार से मिलेंगे हालांकि उन्होंने इस विषय पर अपनी अगली रणनीति पर कोई ठोस जानकारी नहीं दी।इससे पहले गुरुवार शाम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी मृतक भेरूलाल के परिवार से मुलाकात की थी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार रात जब यह घटनाक्रम हो रहा था तब भेरूलाल इंदौर से काम के बाद लौट कर महू में अपने घर जा रहा था। डोंगरगांव चौकी के आसपास भीड़ देखी तो रुक गया और उसी दौरान पहले पत्थरबाजी कोई और फिर पुलिस की गोलियां चलीं अभी गोली भेरूलाल के पेट में जा लगी।
भेरूलाल का परिवार जाम दरवाजे की ओर बसे माधवपुरा गांव में रहता है। मां बाप और दादी के साथ परिवार में दो छोटे भाई और एक बहन है। यह परिवार लकड़ी और मिट्टी की बनी एक झोपड़ी में रहता है। भेरूलाल इस परिवार में इकलौता कमाने वाला सदस्य था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवार को दस लाख रु का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी तथा बच्चों की शिक्षा का इंतजाम करने की जिम्मेदारी एक तरह से हर्जाने के तौर पर ली है। वहीं कांग्रेस की मांग है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रु की मदद दी जाए।