धार। प्रदेश में तहसीलदार को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और नायब तहसीलदारों को तहसीलदार बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर अब मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के द्वारा हड़ताल की शुरुआत कर दी गई।
इसके पहले चरण में गुरुवार दोपहर को जिले के सभी तहसीलदार सहित नायब तहसीलदार कलेक्ट्रेट में एकत्रित हुए जहां पर काली पटटी बांधकर विरोध करते हुए अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा।
हालांकि, राजस्व अधिकारी अत्यंत अनुशासन में रहते हुए अपने पदाविहित कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। साथ ही शासन की प्रत्येक महती योजना में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहे हैं।
तहसीलदार विनोद राठौड़ ने विरोध प्रदर्शन की जानकारी देते हुए बताया कि प्रांतीय कार्यकारिणी और समस्त जिला कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक आयोजित की गई जिसमें पदोन्नति, तहसीलदारों को राजपत्रित घोषित करने सहित वेतन विसंगति जैसे तीन विषयों की पूर्ति के लिए शासन के समक्ष लगातार मांग पत्र प्रस्तुत किए जाने के बावजूद आज तक कोई ठोस हल व आश्वासन प्राप्त नहीं हुआ है। इससे व्यथित हैं।
वाहन भी लौटाएंगे –
संघ की मांगों को लेकर आंदोलन के दूसरे चरण में सभी तहसीलदार सहित नायब तहसीलदार अवकाश पर रहेंगे। जिला इकाई के पदाधिकारियों के अनुसार 20 से 22 मार्च तक तीन दिन के लिए सभी अधिकारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
इस दौरान प्रशासकीय, कार्यपालिका सहित न्यायालयीन कार्य से सभी विरत रहेंगे। साथ ही अवकाश के दिनों में कार्यालयीन डोंगल डिजिटल साइन भी वापस ले रहे हैं और शासकीय वाहन भी वापस किया जा रहा है।
इसी तरह से सभी संघ से जुडे अधिकारी प्रशासकीय व्हाट्सएप ग्रुप से भी पृथक रहने का निर्णय लिया गया है। सभी अधिकारी 23 मार्च को पुनः अपने कार्यस्थल पर लौटेंगे, जिसके बाद आगामी रणनीति बनाई जाएगी।
ज्ञापन सौपने के दौरान संजय शर्मा, आरसी खतेड़िया, रवि शर्मा, प्रताप अगस्या सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।