भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस इन दिनों खासी आक्रामक नजर आ रही है। विधानसभा में इस आक्रामकता के लिए कांग्रेस के नेता जीतू पटवारी का निलंबन कर दिया गया और अब इसके बाद कांग्रेस अब राजभवन का घेराव करने जा रही है। इसके लिए 13 मार्च की तारीख तय की गई है और विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के सभी नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस के बड़े नेता भी इसके लिए खासे तैयार हैं। पार्टी की कोशिश है कि इस प्रदर्शन में करीब एक लाख से अधिक कार्यकर्ता पहुंचें। कमलनाथ खुद भी इसके लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को न्यौता दे रहे हैं।
तेरह मार्च को भोपाल आईये,
इस सोई सरकार को जगाइये।— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 9, 2023
कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन को राजभवन का घेराव नाम दिया है। 13 मार्च को कांग्रेसी जवाहर चौक पर जुटेंगे और यहां से राजभवन के घेराव के लिए निकलेंगे। पार्टी के मुताबिक उनका यह विरोध प्रदर्शन भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ है। इसके अलावा अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, महिलाओं और दूसरे वर्गों पर हो रहे अपराधों और अत्याचारों के खिलाफ है। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा उद्योगपति अडानी को दिए गए सहयोग के कारण उपजे क्रोनी कैपिटलिज़्म और इसके चलते बन रहे आर्थिक संकट के माहौल के विरोध में है।
भोपाल चलो – भोपाल चलो – भोपाल चलो
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी दिनाँक 13 मार्च 2023 को भोपाल में राजभवन का घेराव करेगी।
"शिवराज हटाओ, मध्यप्रदेश बचाओ" pic.twitter.com/PSdCexvVgL
— MP Congress (@INCMP) March 9, 2023
इससे पहले विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और कांग्रेसियों को इस कार्यक्रम में पहुंचने के लिए कहा। उन्होंने प्रदेश सरकार की नीतियों की आलोचना की और कहा कि प्रदेश में किसानों की स्थिति खराब है और किसानों को उनकी फसल के दाम भी नहीं मिल रही है। पटवारी ने कहा कि किसानो को तीन हजार रुपये क्विंटल का दाम मिलनी चाहिए लेकिन नहीं मिल रही है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने "जो कहा वो किया नही।"
भाजापा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ @OfficeOfKNath के नेतृत्व में @INCMP का भोपाल में दिनांक – 13 मार्च 2023 को राजभवन का घेराव।@jitupatwari pic.twitter.com/cAH0GFlj85
— INC TV (@INC_Television) March 9, 2023
पटवारी ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन अहिंसा और शांति के साथ होगा। उन्होंने कहा है कि सरकार इस प्रदर्शन को रोकने के लिए कोशिश करेगी लेकिन हमें डरना नहीं है। कांग्रेस का यह प्रदर्शन भाजपा के लिए परेशान करने वाला हो सकता है क्योंकि इस समय प्रदेश की भाजपा सरकार बेरोजगारों, किसानों और कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन से लगातार बैकफुट पर है। ऐसे में कांग्रेस का यह प्रदर्शन इन सभी को हवा देने वाला साबित होगा।