नई दिल्ली। उत्तराखंड में जल्द ही चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है। चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण भी शुरू हो चुका है। 25 अप्रैल से शुरू होने वाले चार धाम यात्रा के लिए प्रशासन ने आने वाले श्रद्धालुओं की उचित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं जिनमें डॉक्टरों और चिकित्सीय पेशेवरों की तैनाती, पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक वस्तुओं और दवाओं का भंडारण आदि शामिल हैं।
चार धाम यात्रा को लेकर केंद्र सरकार की तैयारियों के बारे में हम इस लेख में जानेंगे। कई बार देखा गया है कि चार धाम यात्रा के दौरान यात्रियों को कठिन मार्गों पर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई दिक्कत न हो इसी को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि चाम धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए केन्द्र सरकार तीन स्तरीय स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचा तैयार करेगी।
यात्रियों को कभी-कभी अचानक यात्रा के दौरान स्ट्रोक आ जाते हैं। अग्रिम एंबुलेंस और स्ट्रोक वैन के एक मजबूत नेटवर्क की योजना यह सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है कि स्ट्रोक प्रबंधन और उपचार स्वास्थ्य सुविधा के रास्ते में शुरू हो सके।
ये एंबुलेंस यात्रा मार्ग के विभिन्न बिंदुओं पर तैनात रहेंगी। यात्रा की अवधि के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए देश भर के मेडिकल कॉलेजों के पीजी छात्रों को मजबूत हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर के हिस्से के रूप में तैनात किया जाएगा।
ड्रोन से होगी दवाओं की सप्लाई –
यात्रा के ऊंचे इलाकों में आपातकालीन दवाएं मुहैया कराने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। एम्स ऋषिकेश, दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेजों से रेफरल सहायता के साथ ड्रोन द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए आपातकालीन दवाएं प्रदान की जाएंगी।
हाल ही में उत्तर पूर्वी क्षेत्र में कोरोना टीकों के परिवहन के लिए ड्रोन का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री गढ़वाल हिमालय में 10,000 फुट से ऊपर स्थित हैं। हाल ही में एम्स-ऋषिकेश ने दवाइयां देने और लेने के लिए ड्रोन सेवा शुरू की है।
रेफरल बैक एंड सिस्टम विकसित –
एम्स ऋषिकेश, दून मेडिकल कॉलेज और श्रीनगर मेडिकल कॉलेजों के साथ एक मजबूत रेफरल बैक एंड सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जो विशेषज्ञ देखभाल के लिए तृतीयक नोड के रूप में काम कर रहा है।
यह तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण नैदानिक उपचार प्रदान करेगा। इन उपायों को जागरूकता गतिविधियों के साथ बढ़ावा दिया जाएगा।
2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण –
आगामी चारधाम यात्रा के लिए 21 फरवरी से अबतक कुल पंजीकरण की संख्या 2 लाख से अधिक पहुंच गई है। बद्रीनाथ और केदारधाम धामों के कुल 2,033,24 श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं।
पर्यटन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक केदारनाथ और बद्रीनाथ धामों के कुल 2,033,24 श्रद्धालुओं के पंजीकरण किए जा चुके हैं। जिनमें केदारनाथ धाम के लिए अब तक कुल 1,118,71 और बद्रीनाथ धाम के लिए 91,453 श्रद्धालु पंजीकृत किए जा चुके हैं।